इलाहाबाद: यमुना नदी में चल रहे रेस्क्यू के दौरान देर रात बचाई गईं 22 जिंदगियां, 5 अब भी लापता
रेस्क्यू के दौरान पानी के अंदर से 9 बाइक, एक साइकिल और एक आइसक्रीम वाली साइकिल भी बरामद हुई है। नाव पर भारी बोझ था और इसी वजह से हवा ने नाव को अनियंत्रित कर दिया था।
इलाहाबाद। रविवार शाम यमुना नदी पार करते समय यात्रियों से भरी नाव पलट गई। जिससे नाव में मौजूद सभी यात्री गहरे पानी में डूबने लगे। चीख-पुकार सुनकर घाट पर मौजूद मल्लाह और नाविक यमुना में कूदे और राहत कार्य में जुट गए। इसके बाद देर रात तक पुलिस प्रशासन गोताखोरों के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन करती रही।
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दुर्घटना के बाद तीन शव बरामद किए गए हैं। वहीं 22 लोगों को जिंदा बचा लिया गया है। हालांकि 5 लोग अब भी लापता हैं, जिनकी तलाश लगातार जारी है। दरअसल नाव भोपतपुर गांव से यात्रियों को बैठाकर रवाना हुई थी। घटना की जानकारी होने पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने गहरा दुख जताते हुए मदद का एलान किया है। इस हादसे में मृतक के परिजनों को 4-4 लाख की आर्थिक मदद का ऐलान किया गया है। इलाहाबाद के डीएम संजय कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा की रेस्क्यू खत्म होने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होगी।
अचानक आई आंधी और पलट गई नाव
आमतौर पर ये यात्री हमेशा ही नाव से यमुना नदी को पार कर गांव पहुंचते थे। लेकिन कल शाम नदी पार करते समय अचानक आंधी ने देखते ही देखते नाव को संकट में डाल दिया। नाविक ने सबकुछ संभालते हुए नाव को घाट की ओर बढ़ाने की कोशिश की लेकिन नजदीक पहुंच जाने के बावजूद घाट से पहले ही नाव में झटके लगने लगे और अनियंत्रित होकर नाव पलट गई।
30 लोग और बाइक-साइकिलों का था भारी बोझ
नाव पर तीस लोग सवार थे। जिनमें दो बच्चे और एक युवक की डूबने से मौत हो गई। 22 लोग जिंदा बचाए गए। जबकि पांच लोगों के गहरे पानी में बह जाने की आशंका व्यक्त की जा रही है। रेस्क्यू के दौरान पानी के अंदर से 9 बाइक, एक साइकिल और एक आइसक्रीम वाली साइकिल भी बरामद हुई है। नाव पर भारी बोझ था और इसी वजह से हवा ने नाव को अनियंत्रित कर दिया था।
ऐसा
होता
तो
नहीं
बचती
किसी
की
जान
नाव पर ओवरलोड था और ऊपर से कई क्विंटल बोझ भी बढ़ा दिया गया था। गनीमत रही कि घटना पालमपुर घाट के पास हुई थी। जहां दर्जन भर नाविक और मल्लाह मौजूद थे। उन्होंने घटना होते देखा तो अपनी जान जोखिम में डालकर 22 लोगों को जिंदा बचा लिया वर्ना किसी के भी जिंदा बचकर बाहर आने की संभावना नहीं थी।
आधी रात तक चला रेस्क्यू
जानकारी होते ही पुलिस प्रशासन की टीमें घटना स्थल पर पहुंच गई और आधी रात तक बचाव कार्य चलता रहा। गोताखोरों की मदद से लापता लोगों की तलाश अब भी जारी है। नाविक समेत जख्मी यात्रियों को इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
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