'हैलो साहब! जल्दी आइए, मैने इसे मार डाला है', पत्नी को मारकर थानेदार को किया फोन
दरिंदगी में उसने पत्नी का गला रेत दिया और चाकू से तब तक ताबड़तोड़ वार करता रहा, जब तक पत्नी की सांसे नहीं थम गई। फिर खुद ही थानेदार से फोन पर बोला 'हैलो साहब! जल्दी आइए, मैने इसे मार डाला है'.....
इलाहाबाद। संगम नगरी में क्रूरता की सारे हदें पार कर तीन बेटियों के पिता ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी। दरिंदगी में उसने पत्नी का गला रेत दिया और चाकू से तब तक ताबड़तोड़ वार करता रहा, जब तक पत्नी की सांसे नहीं थम गई। फिर खुद ही थानेदार से फोन पर बोला - 'हैलो साहब! जल्दी आइए, मैने इसे मार डाला है' घटना की सूचना पर पूरा थाना ही सकते में आ गया। आनन-फानन में थानेदार फोर्स लेकर गांव पहुंचे तो महिला का शव बरामद हुआ। इसके बाद पुलिस ने तुरंत शख्स को हिरासत में लिया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। घर में तीन मासूम बेटियां हैं, जिनका भविष्य अब घोर अंधकार में है। मां रही नहीं और पिता अब सलाखों के पीछे है।
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शक में ही ले ली जान
मामला कौंधियारा के बरसवल गांव का है। जहां का रहने वाला अंतिम दुबे उर्फ शिवशंकर बिजली मिल में काम करता था। उसकी पत्नी रश्मि व 3 बेटियों के अलावा बूढ़ी मां भी रहती है। शख्स अपनी पत्नी को चरित्रहीन कहकर हमेशा मारता-पीटता था। उसे शक था की पत्नी रश्मि का संबंध उसके चाचा व भाई से है। शक इतना बढ़ चुका था की मामला हत्या तक पहुंच गया। सुबह जब पत्नी से झगड़ा शुरू हुआ तो उसने चाकू से उसके गले पर लगातार कई वार कर दिए।
प्रधान
के
घर
से
किया
फोन
घटना
को
अंजाम
देने
के
बाद
शख्स
दौड़ता
हुआ
ग्राम
प्रधान
अशरफ
के
घर
पहुंचा
और
बोला
'मुझे
थानेदार
का
नंबर
दे
दो'।
अशरफ
ने
उसकी
बदहवास
दशा
देखकर
सवाल
किया
तो
जवाब
सुनकर
अशरफ
सन्न
रह
गया।
अंतिम
ने
बताया
की
उसने
पत्नी
को
मार
डाला
है।
एसओ
कौंधियारा
को
फोन
कर
अंतिम
दुबे
ने
कहा
'हैलो
साहब!
जल्दी
आइए,
मैने
इसे
मार
डाला
है'
अवैध संबंध थे तो मार दिया
सूचना पर रश्मि के पिता चंद्रमणि मिश्रा मध्य प्रदेश के रीवा से पहुंचे और हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई। थानेदार ताहिर हुसैन ने बताया की अंतिम ने पूछताछ में पत्नी पर कई आरोप लगाए। उसने कहा की रश्मि का पहले चचिया ससुर और फिर देवर के साथ अवैध संबंध था। वो उसे रोकता था लेकिन वो नहीं मान रही थी। रोज-रोज झगड़ा मारपीट से वो तंग आ गया था। सुबह जब फिर झगड़ा हुआ तो उसने हमेशा के लिए झगड़ा समाप्त कर दिया।
परिजनों का अलग-अलग बयान
अंतिम के परिजनों ने बताया की अंतिम नशे का आदी हो गया था। पिछले कुछ महीने से वो बात-बात पर जमकर बवाल करता था। इन दिनों उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। अवैध संबंधों की बात गलत है। जबकि रश्मि के पिता ने बताया की बेटी को दहेज के लिए प्रताड़ित करता था। दोनों की शादी 7 साल पहले हुई थी। लगातार 3 बेटियां होने की वजह से वो पैसे मांगता था। बार-बार रश्मि को छोड़ने की धमकी देते हुए मारपीट करता था।
क्या होगा मासूमों का?
इस हत्या के बाद सबसे बड़ी मुसीबत मासूम की जान पर गिरी है। सबसे बड़ी बेटी मात्र 6 साल की है। जबकि सबसे छोटी तो नवजात है। इन बच्चियों को पिता ने ननिहाल ले जाने से इनकार कर दिया है। जबकि घर में सिर्फ बूढ़ी दादी बची हैं। बच्चियों के 3 चाचा-दादा हैं। लेकिन गांव में कोई नहीं रहता। घटना के बाद इनके सहारे के लिए अभी तक कोई नहीं आया है। बच्चों का रो-रोकर हाल बेहाल है।
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