यूपी चुनाव में छाई रहीं ये महिलाएं, देखें किसको मिली जीत और किसे मिली हार
कुछ सीटों पर महिला उम्मीदवारों की हार लोगों के लिए हैरान करने वाली रही तो कुछ सीटों पर मजबूत उम्मीदवारों को हराकर महिलाओं ने बाजी मारी।
लखनऊ। यूपी चुनाव में लगभग हर पार्टी ने महिला उम्मीदवारों को मौका दिया और उनमें से कुछ ने जीत दर्ज की तो कुछ को मायूसी झेलनी पड़ी। बीजेपी हो या सपा-बसपा गठबंधन, इनमें कई चेहरे ऐसे थे जिनकी जीत पक्की मानी जा रही थी। यूपी चुनाव में महिला उम्मीदवारों ने जिस तरह कांटे की टक्कर में खुद की राजनीतिक पहचान को पेश किया वह बेहद दिलचस्प रहा। एक नजर में देखिए वो सारे नाम, किसे मिली जीत और किसे झेलनी पड़ी हार।
लखनऊ की सरोजनी नगर सीट से जीतीं स्वाति सिंह
बीजेपी नेता दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति सिंह ने लखनऊ की सरोजनी नगर सीट से जोरदार जीत दर्ज की। स्वाति सिंह को 108506 वोट मिले। उन्होंने सपा उम्मीदवार यादव को हराया। अनुराग यादव को 74327 वोट मिले। दयाशंकर सिंह को बीएसपी प्रमुख मायावती पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में पार्टी से निकाल दिया गया था। हालांकि अब उनका निष्कासन रद्द कर दिया गया है। READ ALSO: यूपी में बीजेपी की बड़ी जीत के पीछे है इन तीन कुंवारे नेताओं का 'दिमाग'
लखनऊ कैंट सीट से हारीं अपर्णा यादव
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बहराइच की ननपुरा सीट से माधुरी वर्मा जीतीं
पूर्व विधायक दिलीप वर्मा ने 2012 में जेल में रहते समय अपनी पत्नी माधुरी वर्मा को बहराइच से राजनीति में एंट्री दिलाई। कांग्रेस के टिकट पर 2012 में बहराइच चुनाव जीतने वाली माधुरी ने इस बार ननपुरा विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा और 86312 वोटों के साथ जीत दर्ज की। READ ALSO: ये है वजह, क्यों केशव मौर्य ही बन सकते हैं यूपी के सीएम?
गाजीपुर के मुहम्मदाबाद से अलका राय जीतीं
बीजेपी के पूर्व विधायक कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय ने बीजेपी के टिकट पर गाजीपुर की मुहम्मदाबाद सीट से चुनाव लड़ा। 2005 में मुख्तार अंसारी ने उनके पति की हत्या की थी। अलका ने पति के नाम पर वोट मांगा और जीत दर्ज की। अलका ने 122156 वोटों से जीत दर्ज की। उन्होंने मुख्तार अंसारी के भाई को हराया।
भदोही की हंडिया सीट से हारीं प्रमिला धर त्रिपाठी
बीएसपी सरकार में मंत्री रहे राकेशधर त्रिपाठी की पत्नी ने अपना दल के टिकट पर चुनाव लड़ा लेकिन हार गईं। राकेशधर त्रिपाठी आय से अधिक संपत्ति के मामले में जेल गए और हाल ही में जमानत पर रिहा हुए हैं। उन्होंने 2014 में बीएसपी से लोकसभा चुनाव लड़ा लेकिन हार गए। प्रमिला 63920 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं। READ ALSO: स्मार्ट हुआ यूपी का मतदाता, तीन बार से खिचड़ी नहीं बहुमत की सरकार
इलाहाबाद की मेजा सीट से नीलम करवरिया की जीत
इलाहाबाद की मेजा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाली नीलम करवरिया ने जीत दर्ज की। उनके पति उदयभान करवरिया पर कई केस चल रहे हैं, इस वजह से चुनाव आयोग ने उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया था।
अंबेडकर नगर की टंडा सीट से जीतीं संजू देवी
पति की हत्या के बाद अंबेडकर नगर की टंडा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाली संजू देवी ने जीत दर्ज की। संजू देवी हिंदू युवा वाहिनी के नेता रामबाबू गुप्ता की पत्नी हैं। रामबाबू की 2013 में सांप्रदायिक हिंसा में कर दी गई थी। पति के नाम पर संजू ने लोगों से वोट मांगा और जीत दर्ज की।
आगरा की बाह सीट से जीतीं रानी पक्षालिका सिंह
बीजेपी के टिकट पर आगरा की बाह सीट से चुनाव लड़ने वाली रानी पक्षालिका सिंह ने जीत दर्ज की। उन्होंने अपने पति अरिदमन सिंह की जगह चुनाव लड़ा था।
इलाहाबाद पश्चिम से हारीं पूजा पाल
बीएसपी विधायक पूजा पाल चुनाव हार गईं। इलाहाबाद पश्चिम सीट से चुनाव लड़ने वाली पूजा पाल के पति राजू पाल की हत्या कर दी गई थी। इसका आरोप बाहुबली अतीक अहमद पर लगा था। इस सीट पर उन्हें बीजेपी के सिद्धार्थ नाथ सिंह ने हराया। उन्हें 85518 वो मिले जबकि पूजा पाल 40499 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहीं। दूसरे स्थान पर सपा की रिचा सिंह रहीं।
इटावा से जीतीं सरिता भदौरिया
बीजेपी के टिकट पर इटावा सीट से सरिता भदौरिया ने चुनाव जीता। उन्होंने अपने पति अभयवीर सिंह के नाम पर वोट मांगा। सपा का गढ़ कहे जाने वाले इटावा में बीजेपी उम्मीदवार ने 91234 वोटों से जीत दर्ज की। उन्होंने सपा के कुलदीप गुप्ता को हराया।
बहराइच से हार गईं रुबाब सईदा
बहराइच से चुनाव लड़ने वाली रुबाब सईदा तो हार झेलनी पड़ी। अखिलेश सरकार में मंत्री रहे वकर अहमद शाह की जगह उनकी पत्वनी ने चुनाव लड़ा था। लेकिन वह जीत नहीं पाईं। वह बीजेपी उम्मीदवार से 7 हजार वोट पीछे रहीं।