गोहाना बैंक लूटः करोड़ों की लूट का खुलासा, प्रापर्टी डीलर निकला डकैती का मास्टर माइंड
पंजाब
नेशनल
बैंक
गोहाना
में
पड़ी
करोड़ों
की
डकैती
का
खुलासा
हो
गया
है।
पुलिस
ने
72
घंटे
में
पर्दाफाश
कर
लूट
का
माल
बरामद
कर
लिया।
बैंक
डकैती
में
शामिल
डकैतों
को
भी
गिरफ्तार
किया
जा
चुका
है।
सुरंग
खोदकर
78
लाॅकरों
से
करोड़ों
का
माल
उड़ाने
के
पीछे
मास्टर
माइंड
प्रापर्टी
डीलर
सतीश
का
हाथ
था।
पुलिस
पूछताछ
में
चोरों
ने
चोरी
का
राज
उगला
तो
खेत,
ईंट
भट्टे
और
घरों
से
38.91
किलो
सोने-चांदी
के
गहने
और
60
हजार
नकद
बरामद
हुए
हैं।
हाईप्रोफाइल और प्रदेश में बैंक चोरी की सबसे बड़ी वारदात का मास्टरमाइंड सतीश ने अपराध का ये गंदा खेल खेला। प्रॉपर्टी का धंधा मंदा पड़ा तो चार और लोगों को साजिश में शामिल किया। सतीश और उसके तीन साथी सुरेंद्र, बलराज और राजेश गोहाना से करीब 15 किलोमीटर दूर कटवाल गांव के रहने वाले हैं। जिस मकान से बैंक तक 84 फीट सुरंग खोदी गई, उसका मालिक महिपाल भनवाला भी वारदात में बराबर का शरीक रहा।
ऐसे हुआ खुलासा
1.
पुलिस
की
सात
टीमें
बनीं।
बैंक
के
आसपास
क्षेत्र
का
मोबाइल
डाटा
जुटाया।
कुछ
नंबर्स
ज्यादा
एक्टिव
पाए
गए।
इन्हें
ट्रेस
किया
गया।
आईटी
एक्सपर्ट्स
ने
अनुमान
लगाया
कि
कितने
लोग
हो
सकते
हैं।
2.
साजिश
का
केंद्र
बने
मकान
का
जायजा
लिया
तो
दरवाजों
पर
लगी
नई
प्लाई
ने
ध्यान
खींचा।
प्लाई
विक्रेताओं
से
पूछताछ
में
कटवाल
के
एक
शख्स
का
नाम
आया।
इससे
एक
और
सूत्र
मिला।
3.
गहनों
के
बंटवारे
में
एक
साझेदार
को
रकम
न
मिली
तो
उसने
हिस्से
में
आई
अंगूठी
बेचना
चाहा।
ज्वैलर
ने
पुलिस
को
सूचना
दे
दी।
4.
बैंक
के
सामने
छोले
की
रेहड़ी
(ठेला)
लगाने
वाला
युवक
गायब
था।
पुलिस
को
शक
हुआ
कि
घटना
में
स्थानीय
लोग
ही
शामिल
हैं।
5.
पुलिस
ने
जब
घटनास्थल
के
आसपास
लगे
सीसीटीवी
कैमरों
की
पड़ताल
की
तो
एक
व्यक्ति
बार-बार
आता-जाता
दिखा।
पुलिस
ने
पूछताछ
की
तो
उसने
भी
राज
खोला।
सुरंग खोदने का काम-हर रोज तीन घंटे तक खुदाई की जाती थी। सब लोग बारी-बारी से सुरंग में घुसकर काम करते और बाहर आवाजाही पर भी नजर रखते। खुरपा और कस्सी से सुरंग खोदने में 28 दिन लगे। राजेश अभी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है। बलराज व सुरेंद्र गांव जौली के पास से गुरुवार सुबह पकड़े गए, जबकि वहीं से सतीश को देर शाम गिरफ्तार किया गया।