योगी इफेक्ट: पांच साल से अधूरी सड़क आदेश के बाद रातों रात बनकर हो गई तैयार
सड़क सालों से जर्जर थी लेकिन लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ा। मार्ग सपा सरकार के बनने के पहले से जर्जर था। कई बार खुद तत्कालीन लोक निर्माण मंत्री शिवपाल यहां से गुजरे हैं।
मिर्जापुर। सूबे में सत्ता परिवर्तन और सीएम योगी आदित्यनाथ के 15 जुन तक सभी सड़कों के निर्माण के आदेश का असर दिखने लगा है। जिस सड़क की बीते पांच सालों से पैचिंग तक नहीं कराई जा रही थी उसे रातों-रात बनवा दिया गया। ये सड़क और कोई नहीं बल्कि मिर्जापुर का सबसे मुख्य मार्ग सिविल लाइन रोडवेज-रेलवे स्टेशन तक जाने वाला मुख्य मार्ग है।
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बता दें कि पूर्व लोक निर्माण मंत्री के आने पर भी ये सड़क नहीं बनी थी। तत्कालीन लोक निर्माण मंत्री रहे शिवपाल यादव भी इसी मार्ग से गुजरे थे, इसके बावजूद पीडब्लूडी के इंजीनियरों ने सड़क की पैचिंग तक नहीं कराई थी। सड़क सालों से जर्जर थी लेकिन लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ा। ये मार्ग सपा सरकार के बनने के पहले से जर्जर थी। सपा सरकार का पांच वर्ष का कार्यकाल गुजर गया लेकिन सड़क का निर्माण नहीं हुआ। अब देखना है कि नई सरकार में क्या ये महज शुरुआती उत्साह है कि सड़क पर ध्यान दिया जाएगा!
लोगों ने सड़क निर्माण के लिए कई बार उठाई थी आवाज
नगर के तहसील चौराहे से शुक्लहा होते हुए रोडवेज तिराहे से रेलवे स्टेशन तक की सड़क बीते पांच सालों में जगह-जगह उखड़ गई थी। इस मार्ग की मरम्मत कराने के लिए नगर के लोगों ने कई बार लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों के साथ डीएम और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से शिकायत की थी। इसके बावजूद सड़क की पैचिंग तक नहीं कराई गई। नई सरकार बनने और सीएम के आदेश का असर ये रहा की सड़क को रातों-रात ही बना दिया गया। ऐसे में सवाल ये उठता है कि जल्दीबाजी में कहीं केवल औपचारिकता ही तो पूरी नहीं की गईं!
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