VIDEO: झोलाछाप- लकड़ी लगाकर जोड़ता है हड्डी, सीधी जुड़ी तो आपकी किस्मत अच्छी
जानकारों की माने तो हड्डी टूटने पर वो कुछ वक्त में ही खुद ही जुड़ जाती है। इसी की आड़ में ये झोलाछाप लोगों से इलाज के नाम पर ठगी कर रहे हैं।
शाहजहांपुर। लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे झोलाछाप डॉक्टर अब कुकुरमुत्तों की तरह तेजी से बढ़ते ही जा रहे हैं। आलम ये है कि झोलाछाप डॉक्टर लोगों की हड्डिया तक जोड़ने लगे हैं। यूपी के शाहजहांपुर में ऐसा ही एक झोलाछाप अनपढ़ डॉक्टर है लेकिन खुद को डॉक्टर बताने वाला ये शख्स इंसानों की हड्डियां जोड़कर उन्हें ठगी का शिकार बना रहा है। वहीं स्वास्थ्य विभाग झोलाछाप डाक्टरों के खिलाफ अभियान चलाने की बात करती है।
देसी दवाई से इंसानों की टूटी हड्डियों को जोड़ने का ये गोरखधंधा शाहजहांपुर के थाना निगोही के बलेली गांव में चल रहा है। यहां झोलाछाप डॉक्टर घासीराम और शिवकुमार सहित आधा दर्जन लोग हड्डी जोड़ने के नाम पर भोले भाले लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। यहां दूर-दराज से कई मरीज आते हैं जो महंगा इलाज नहीं करवा पाते। तो यहां हड्डी जोड़ने की एवज में 50 से 100 रुपए लिए जाते हैं और देसी दवा लगाकर बांस की लकड़ी के सहारे पट्टी बांध दी जाती है। हड्डी सीधी जुड़े या टेढ़ी इस बात की कोई गारंटी नही है लेकिन झोलाछाप डॉक्टर इलाज के बड़े-बडे दावे जरूर कर रहा है।
इलाज कराने वाली महिला शबाना बेगम ने बताया कि उसके पैर में चोट लग गई थी। उसने डॉक्टर से एक्सरे भी कराया था। जिसमें उसके पैर की हड्डी में क्रेक आया था। उसके बाद वो डॉक्टर के पास नहीं गई। यहां आकर उसने पैर दिखाया और उसके पट्टी बांधी गई। अब उसे दर्द नहीं होता। वहीं गांव के रहने वाले मोहम्मद इस्लाम को छत से किसी ने फेंक दिया था। इस्लाम ने डाक्टर के पास जाकर एक्सरा कराया तो उसकी हड्डी टूटी थी। पैसे न होने के चलते वह दोबारा डाक्टर के पास नही गया। इस डाक्टर के बारे मे उनको ऐसे लोगो ने बताया था जिनको यहां से फायदा हुआ था। उसके बाद वह पहली बार यहां इस डाक्टर के पास आएं है। उसकी टूटी हड्डी पर पट्टी बांधी है। पहले से दर्द ठीक है।
वहीं एक मरीज के साथ आए तीमारदार से जब बात की तो उनका कहना था कि उसने डॉक्टर को दिखाया। पहले तो उसकी फीस दी उसके बाद एक्सरे कराया तो उसमें हड्डी टूटी थी। जब एक्सरे डॉक्टर को दिखाया तो उसने 15 हजार रुपए ऑप्रेशन के बताए लेकिन उसके पास इतने पैसे नहीं थे। इसीलिए वो यहां डॉक्टर के पास आए हैं। यहां का इलाज काफी अच्छा है और न ही ज्यादा पैसे खर्च होते हैं।
इलाज कर रहे डॉक्टर शिवकुमार से जब बात की तो उनका कहना था कि वो बिल्कुल भी पढ़ा-लिखा नहीं है। लेकिन वो टूटी हड्डी को जोड़ने का इलाज पिछले दस साल से कर रहा है। वो मरीजों को दवा भी देता है। उसकी दवा से मरीज ठीक हो जाते हैं। डॉक्टर का कहना है कि उसके गुरू तो बहुत अच्छा इलाज करते हैं। हम उनके आगे कुछ भी नहीं हैं। डॉक्टर ने बताया कि उसके गुरु घासीराम भी बिल्कुल पढ़े-लिखे नहीं हैं। लेकिन इलाज वो बहुत अच्छा करते हैं। उसके पास आए मरीजों के पास पैसे होते है तभी वो पैसे लेता है वर्ना वो पैसे नहीं लेता है।
सीएमओ कमल किशोर ने बताया कि कई बार मरीजों की हड्डी टेढ़ी जुड़ जाती है और विकलांगता जैसी स्थिति पैदा हो जाती है। सीएमओ का कहना है कि ऐसे डाक्टरों के लिए पहले से एक टीम गठित की हुई है। उनके संज्ञान में अभी ऐसे डॉक्टर के बारे में जानकारी आई है। वो टीम को भेजकर उस डॉक्टर पर कार्रवाई करेंगे। जानकारों की माने तो हड्डी टूटने पर वो कुछ वक्त में ही खुद ही जुड़ जाती है। इसी की आड़ में ये झोलाछाप लोगों से इलाज के नाम पर ठगी कर रहे हैं। जरूरत है ऐसे में झोलाछाप डाक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की। ताकी लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ न हो सके।
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