यूपी चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुए दहेज हत्या के आरोपी पूर्व बसपा सांसद नरेंद्र कश्यप
पुत्रवधु हिमानी कश्यप की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद नरेंद्र कश्यप के ऊपर दहेज हत्या का आरोप लगा था, जिसके बाद मायावती ने उन्हें बसपा से बाहर निकाल दिया था।
गाजियाबाद। अपनी पुत्रवधु की दहेज हत्या के आरोपी और बहुजन समाज पार्टी के पूर्व राज्यसभा सांसद नरेंद्र कश्यप ने यूपी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य और प्रदेश प्रभारी ओम माथुर ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। पुत्रवधु हिमानी कश्यप की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद उनके ऊपर दहेज हत्या का आरोप लगा था, जिसके बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने उन्हें पार्टी से बाहर निकाल दिया था। नरेंद्र कश्यप ने जेल से बाहर आने के बाद बसपा में दोबारा शामिल होने की कोशिश की, लेकिन पार्टी ने उन्हें वापस नहीं लिया।
आपको बता दें कि नरेंद्र कश्यप बसपा के पुराने नेता रहे हैं। उनके बेटे सागर कश्यप की पत्नी हिमानी की पिछले साल संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। शुरुआत में कहा जा रहा था कि उन्होंने आत्महत्या की है, लेकिन सागर कश्यप और उनके परिजनों के खिलाफ उनकी पत्नी हिमानी के परिवार वालों ने दहेज हत्या का मामला दर्ज करवाया। हिमानी बसपा सरकार में मंत्री रहे हीरा लाल कश्यप की बेटी थी। तीन साल पहले बसपा सांसद नरेंद्र कश्यप के बेटे सागर कश्यप से उनका विवाह हुआ था। ये भी पढ़ें- UP के चुनाव में मुसलमानों के सपा को वोट नहीं देने की 4 वजहें