कांग्रेस-सपा के बीच सबकुछ ठीक नही, अखिलेश बना रहे हैं प्रचार से दूरी
कांग्रेस और सपा के बीच सबकुछ ठीक नहीं है, कांग्रेस के उम्मीदवार के लिए रोड शो करने से कतरा रहे हैं अखिलेश यादव
लखनऊ। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन के बाद उत्तर प्रदेश में दोनों दल एक साथ चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन वाराणसी के पिंडारा से मौजूदा कांग्रेस विधायक अजय राय जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ 2014 में चुनाव लड़ा था उन्हें पार्टी का एक मजबूत नेता माना जाता है, एक तरफ जहां कांग्रेस उनके पक्ष में अखिलेश यादव के साथ साझा रोड शो करने को लेकर उत्सुक है तो मुख्यमंत्री इसे लेकर बिल्कुल भी रूचि नहीं दिखा रहे हैं।
अजय राय से बनाई दूरी
अखिलेश
यादव
ने
मुख्तार
अंसारी
की
पार्टी
का
सपा
में
विलय
का
भारी
विरोध
किया
था
और
माना
जा
रहा
है
कि
वह
अजय
राय
जिनके
खिलाफ
कई
मामले
दर्ज
हैं,
लिहाजा
वह
उनसे
दूरी
बनाए
रखना
चाहते
हैं।
अजय
राय
के
खिलाफ
चल
रहे
मामलों
को
देखते
हुए
मुख्यंत्री
अखिलेश
यादव
ने
पिछले
10
दिनों
में
उनके
समर्थन
में
दो
रोड
शो
को
रद्द
किया
है।
लिहाजा
इस
बात
से
यह
बिल्कुल
स्पष्ट
है
कि
अखिलेश
यादव
अपनी
छवि
को
लेकर
गठबंधन
के
बावजूद
किसी
भी
तरह
का
समझौत
करने
को
तैयार
नहीं
हैं।
छह महीने खानी पड़ी थी जेल की हवा
अजय राय को अक्टूबर 2015 में वाराणसी में प्रदर्शन के दौरान हिंसा फैलाने को लेकर गिरफ्तार किया गया था, उनपर आरोप है कि उन्होंने गंगा में मूर्ती बहाने की इजाजत मांगी लेकिन जब उन्हें इजाजत नहीं मिली तो उन्होंने हिंसा की। वाराणसी पुलिस ने राय को नेशनल सेक्युरिटी एक्ट का मामला दर्ज किया था, हालांकि इलाहाबाद हाई कोर्ट ने अप्रैल 2016 में उन्हें जमानत दे दी थी, लेकिन अजय राय को छह महीने तक जेल में रहना पड़ा था। हालांकि अखिलेश यादव की राहुल गांधी के साथ रोड शो को रद्द किए जाने की आधिकारिक वजह रूट का तय नहीं हो पाना बताया गया था और इसके लिए इजाजत नहीं मिला पाना भी एक वजह बताया गया था, लेकिन सूत्रों की मानें तो वह इस बात की पुष्टि करते हैं कि अखिलेश यादव राय के समर्थन में रोड शो नहीं करना चाहते हैं।
कांग्रेस-सपा के लिए अहम वाराणसी
अखिलेश यादव के रोड शो से किनारा करने के बाद राहुल गांधी ने अकेले ही अजय राय के लिए रैली करने का फैसला लिया और वह 2 मार्च को पिंडारा में जनसभा को संबोधित करेंगे। माना जा रहा है कि 4 मार्च को अखिलेश यादव और राहुल गांधी साझा रोड शो कर सकते हैं, लेकिन सूत्रों की मानें तो यह रोड शो पिंडारा से होकर नहीं जाएगा। वाराणसी में कुल 8 विधानसभा सीटें हैं, जिसमें कांग्रेस और सपा 4-4 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं। पिंडारा के अलावा कांग्रेस दक्षिणी वाराणसी से भी चुनाव लड़ रही है, जहां पूर्व सांसद राजेश मिश्रा कांग्रेस के उम्मीदवार हैं, वहीं वाराणसी कैंट से कांग्रेस के अनिल श्रीवास्तव मैदान में हैं, जबकि पूर्वी वाराणसी में सपा के पूर्व विधायक अब्दुल समद अंसारी कांग्रेस के टिकट से मैदान में हैं।
दो बार रद्द हो चुका है रोड शो
आपको बता दें कि अखिलेश और राहुल का पहला रोड शो 11 फरवरी को होना था लेकिन रूट के तय नहीं हो पाने और प्रशासन की इजाजत नहीं मिलने का हवाला देकर इसे रद्द कर दिया गया, जबकि अगला रोड शो 27 फरवरी को होना था लेकिन दोनों ही नेताओं ने गोरखपुर में रैलियों को संबोधित किया। वाराणसी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष प्रजानाथ शर्मा का कहना है कि वह राहुल गांधी की 2 मार्च को होने वाली सभा के लिए काफी व्यस्त हैं, मुझे नहीं पता है कि रोड शो क्यों रद्द हुआ, मुमकिन हैं कि दोनों नेताओं को काफी यात्रा के चलते समय नहीं मिल पाया हो। हालांकि प्रजानाथ का कहना है कि 4 मार्च को दोनों नेताओं का रोड शो जरूर होगा।
सपा के वाराणसी जिलाध्यक्ष पियूष यादव का कहना है कि उन्हें भी रोड शो के रद्द होने की सही वजह नहीं पता है, इसमें कई वजह हैं जैसे सुरक्षा, रूट का तय नहीं हो पाना वगैरह, हालांकि 4 मार्च का रोड शो जरूर होगा। यह रोड शो पुलिस लाइन के पास से शुरु होगा जहां रोड शो के लिए रथ तैयार खड़ा होगा और यह बीएचयू पर मालवीय जी की प्रतिमा के पास खत्म होगा