भारत को जानने के लिए बढ़ रही है विदेशियों की उत्सुकता, इंग्लैंड की यूनिवर्सिटी करेगी यूपी में रिसर्च
जेम्स रिडले इस कार्यक्रम को जानने के लिए विशेष टूर पर 15 दिनों के लिए 26 मार्च से मुरादाबाद और रामपुर क्षेत्र के दौरे पर हैं और वे पुलिस द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान का अध्यन कर रहे हैं।
मुरादाबाद। प्रदेश के कम्युनिटी प्रोग्राम 'साहस' के तहत इंग्लैंड की एज हिल यूनिवर्सिटी के सीनियर लेक्चरर जेम्स रिडले ने बिलासपुर एवं खजूरिया क्षेत्र के गांवों का भ्रमण कर मानसिक रूप से निशक्त बच्चों से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही वे 'साहस' को यूनिवर्सिटी के शोध का हिस्सा बनाना चाहते हैं। जिसके माध्यम से इंग्लैंड के हेल्थ वर्कर यहां के हेल्थ वर्कर, प्राइमरी टीचर्स एवं पुलिसकर्मियों के साथ समन्वय बनाएंगे।
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यहां बता दें की लेक्चरर जेम्स रिडले इस कार्यक्रम को जानने के लिए विशेष टूर पर 15 दिनों के लिए 26 मार्च से मुरादाबाद और रामपुर क्षेत्र के दौरे पर हैं और वे पुलिस द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान का अध्यन कर रहे हैं और वे खुद इस कार्यक्रम के जनक डिप्टी एसपी राहुल कुमार के साथ मानसिक रूप से निशक्त लोगों से मिल रहे हैं। जिससे वे काफी प्रभावित हैं और इसलिए इसे अपनी यूनिवर्सिटी में रिसर्च का हिस्सा बनाएंगे।
इस कार्यक्रम की नींव डिप्टी एसपी राहुल कुमार ने मुरादाबाद में उस समय रखी थी जब वे कांठ सर्किल के सीओ थे। उनके इस कार्यक्रम को तत्कालीन डीजीपी ने काफी सराहा था और इसे यूपी पुलिस मैनुअल में शामिल कराया था। राहुल बताते हैं की इस कार्यक्रम के पीछे यही उद्देश्य था की ऐसे लोग जो मानसिक रूप से इतने सक्षम नहीं हैं उनके अपनों के बाद उनका क्या होगा। इसी आधार पर इस कार्यक्रम को बनाया गया, जिसमें पुलिस के साथ ही स्थानीय लोगों का भी सहयोग मिला।
इसमें पुलिस थानावार मानसिक रूप से कमजोर लोगों का रजिस्टर तैयार करती है और सप्ताह व महीने में उनकी खैर-खबर के साथ ही उनकी दवाई उनके प्रमाण पत्र या अन्य कोई जरूरी काम वो करवाती है। चूंकि राहुल का ये खुद का कार्यक्रम है तो लिहाजा उन्होंने कांठ में अपने स्तर से ऐसे लोगों व बच्चों के लिए स्कूल भी शुरू किया जो रामपुर में भी जारी है। जिसमें वे और उनकी पत्नी दोनों पढ़ाते हैं। खुद राहुल को भी अंदाजा नहीं होगा की इस कार्यक्रम को अब विश्व स्तर पर भी पहचान मिलेगी।
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