पार्टी में झगड़े के पीछे एक आदमी, अखिलेश और मेरे बीच कोई विवाद नहींं- मुलायम
समाजवादी पार्टी पर चुनाव आयोग ले सकता है अहम फैसला, पार्टी पर कागजों समेत आज मुलायम चुनाव आयोग में ठोकेंगे अपना दावा
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के भीतर मचे घमासान का आज काफी अहम दिन है, मुलायम सिंह यादव चुनाव आयोग पहुंचे हैं और वह यहां सपा पर अपने स्वामित्व का दावा ठोका। आयोग की तरफ से सपा के दोनों गुटो को अपना एफिडेविट 9 जनवरी तक जमा करने को कहा गया था। चुनाव आयोग से मुलाकात के लिए मुलायम सिंह के साथ शिवपाल यादव और अमर सिंह भी पहुंचे थे। जबकि दूसरी तरफ अखिलेश खेमा भी आज चुनाव आयोग पहुंचा था।
चुनाव आयोग से मुलाकात के बाद मुलायम सिंह यादव ने परिवार के भीतर विवाद पर कहा कि इन सबके पीछे एक व्यक्ति है और जल्द ही यह निपटा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मेरे और मेरे बेटे के बीच किसी भी तरह का विवाद नहीं है। पार्टी के अंदर के विवाद को जल्द ही निपटा लिया जाएगा।
अखिलेश खेमे की ओर से रामगोपाल यादव पहले ही चुनाव आयोग में अपना दावा ठोंक चुके हैं, उन्होंने सांसदो, विधायकों सहित पार्टी के तमाम अहम पदाधिकारियों की एफिडेविट चुनाव आयोग को जमा करा दिया है और तकरीबन 90 फीसदी पदाधिकारियों, सांसदों और विधायकों का समर्थन अखिलेश के साथ होने का दावा भी किया है। उन्होंने अखिलेश यादव को सपा का अध्यक्ष बताते हुए कहा था कि अखिलेश के पक्ष वाली पार्टी ही असली समाजवादी पार्टी है, लिहाजा पार्टी का चुनाव चिन्ह अखिलेश यादव को ही मिलना चाहिए।
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कि
चुनाव
आयोग
जाने
से
पहले
रविवार
की
शाम
को
मुलायम
सिंह
यादव
ने
प्रेस
कांफ्रेंस
के
जरिए
कहा
था
कि
मैं
पार्टी
का
राष्ट्रीय
अध्यक्ष
हूं,
अखिलेश
य़ादव
मुख्यमंत्री
और
शिवपाल
यादव
प्रदेश
अध्यक्ष
हैं।
इसके
साथ
ही
उन्होंने
कहा
कि
1
जनवरी
को
रामगोपाल
यादव
द्वारा
बुलाया
गया
अधिवेशन
फर्जी
था
क्योंकि
वह
पार्टी
से
निष्कासित
थे
और
निष्कासित
सदस्य
अधिवेशन
को
नहीं
बुला
सकता
है।