दिल्ली, गाजियाबाद में नकली दूध सप्लाई, फैक्ट्री का भंडाफोड़
नकली दूध की यह फैक्ट्री चलाने में इलाके के फूड इंस्पेक्टर का सहयोग होने का संदेह है। फूड इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है। यह दूध आसपास के बड़े शहरों में सप्लाई किया जाता था।
बुलंदशहर। यूपी में बुलंदशहर के शिकारपुर में सिंथेटिक दूध बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है। एसडीएम और सीओ ने मौके से ढाई हजार कुंतल सिंथेटिक दूध, कई केमिकल और पेस्ट जब्त किए है। बच्चों की सेहत से खिलवाड़ कर नकली दूध का कारोबार करने वाले 3 लोगो को पुलिस ने अरेस्ट किया है। वहीं, इस मामले में कहीं-ना-कहीं खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों की भी संलिप्ता पाई गई है। डीएम ने फूड इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर अधिकारियों को जांच के आदेश दे दिए है।
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खाद्य सुरक्षा अधिकारी के सरंक्षण में चल रही थी फैक्ट्री!
मामला बुलंदशहर के शिकारपुर थाना क्षेत्र के गांव छोटी मिलक का हैं। यहां खाद्य सुरक्षा अधिकारी यशपाल सिंह जिनके कंधों पर मिलावटखोरी रोकने और लोगो के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों पर कार्रवाई करने की जिम्मेदारी है। मगर शिकारपुर के छोटी मिलक में तो नकली दूध बनाने की फैक्ट्री चलवाने का तो खुद खाद्य सुरक्षा अधिकारी यशपाल सिंह पर ही आरोप लग रहा है। जैसे ही डीएम को भनक लगी कि फूड इंस्पेक्टर नकली दूध बनाने की फैक्ट्री चलवा रहा है तो एसडीएम शिकारपुर सहित जिले से खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम मौके पर भेज दी। पुलिस-प्रशासन के छापेमारी से हड़कम्प मच गया। एसडीएम उमा शंकर और खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने मौके से सम्पल उठाने शुरू कर दिए। बता दें कि छापेमारी में मौके से ढाई हजार कुंतल सिंथेटिक दूध बरामद हुआ है। एसडीएम ने दूध के नमूने लेकर दूध को नष्ट कर दिया।
इस मामले में तीन की हुई गिरफ्तारी
शिकरपुर सिओ विजय प्रकाश की मानें तो ग्लूकोज, चूना, सर्फ, रिफाइंड के साथ अन्य केमिकल मिलाकर सिंथेटिक दूध को मौके पर तैयार किया जा रहा था। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने मौके से सभी तत्वों को नमूने उठा लिए है। खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने कहा कि इन नमूनों को जांच के लिए लैब भेजा जायेगा और रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। बता दें कि पुलिस ने तीन लोगों को मौके से अरेस्ट किया है। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि गांव जटपुरा के काफी बेड खरीददार हैं जगदीश गिरी। यह सारा सिंथेटिक दूध इन्हीं के यहां जाता है।
बड़े शहरों में हो रहा था सप्लाई
बुलंदशहर जिले पिछले काफी समय से सिंथेटिक दूध का कारोबार काफी फल-फूल रहा है। बता दें कि यह सिंथेटिक दूध बुलंदशहर के आसपास के गांव ही नही दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद तक सप्लाई होता है। इसमें खास बात यह है कि यह काम खाद्य सुरक्षा विभाग की नाक के नीच पिछले काफी समय से चला रहा है। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि खाद्य सुरक्षा विभाग की संलिप्ता इस में ना हो।
डीएम ने फूड इंस्पेक्टर को किया सस्पेंड
जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि काफी समय से सूचना मिल रही थी कि सिंथेटिक दूध का कारोबार फल-फूल रहा है। सूचना के आधर पर एक टीम गठित करके छापेमारी की कार्रवाई की गई। छापेमारी में ढाई हजार लीटर सिंथेटिक दूध पकड़ा गया, जिसमें चूना सर्फ, रिफांइड मिला दूध बनाया जा रहा था। सिंथेटिक दूध बनाने वाले तीन लोगों को अरेस्ट किया है बाकी उनसे पूछताछ के आधार टीम गठित करके छापेमारी की जायेगी। डीएम ने बताया कि खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों की भूमिका इस पूरे मामले में संदिग्ध पाई गई है। फूड इंस्पेक्टर को संस्पेंड करके उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू करने के अधिकारियों को आदेश दे दिए है।
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