बरेली में प्रशासन ने हुदैबिया का कार्यक्रम रोका, आयोजकों ने कहा सपा के इशारे पर हुई कार्यवाही
बरेली प्रशासन पर आरोप लगाया जा रहा है कि प्रशासन ने कार्यक्रम को रोककर मौलिक हनन किया है।
बरेली। उत्तर प्रदेश स्थित जिला बरेली में आचार संहिता के चलते हुदैबिया कमेटी के कार्यक्रम पर प्रशासन ने रोक लगा दी है। हुदैबिया कमेटी ने अपने तय कार्यक्रम के अनुसार बरेली पैलेस होटल में किधर जाये मुसलमान वोटर के नाम से कार्यक्रम रखा था लेकिन प्रशासन ने कार्यक्रम शुरू होने से पहले पहुंचकर आयोजकों को चेताया कि आचार संहिता के चलते आपके कार्यक्रम को इजाजत नहीं दी जा सकती अगर आपने कार्यक्रम किया तो आपकी गिरफ्तारी भी हो सकती है।
हुदैबिया
कमेटी
के
नेशनल
कन्वेनर
डॉक्टर
एस
हुदा
ने
प्रेस
वार्ता
करके
आरोप
लगाया
कि
कार्यक्रम
को
लखनऊ
में
बैठे
लोगों
के
इशारे
पर
नहीं
होने
दिया
गया
है
जबकि
हम
सभी
मुस्लिम
बुद्धिजीवी
बैठकर
लोगो
से
अधिक
से
अधिक
मत
करने
के
साथ
विभिन्न
पार्टियों
के
रुख
पर
बात
करना
चाहते
थे।
लेकिन
प्रशासन
ने
कार्यक्रम
को
रोककर
हमारे
मौलिक
हनन
किया
है।
हुदा
ने
यह
भी
आरोप
लगा
कि
आजतक
राजनैतिक
दलों
ने
मुसलमानों
का
प्रयोग
केवल
वोट
के
लिए
किया
है।
मिली
जानकारी
के
अनुसार
हुदैबिया
कमेटी
के
कार्यक्रम
में
बरेली
मंडल
कई
बड़े
मुस्लिम
बुद्धिजीवि
शामिल
होने
थे
जो
लोगों
को
इस
बात
की
सलाह
दे
सकते
थे
कौन
से
पार्टी
उनके
लिए
बेहतर
हो
सकती
है।
वही
कार्यक्रम
में
मुस्लिमों
की
बुनियादी
जरुरत
स्वास्थ्य
,
शिक्षा
,
रोजगार
,
आरक्षण
,
सच्चर
कमेटी
से
अहम
मुद्दे
पर
चर्चा
हो
सकती
थी
साथ
ही
राजनैतिक
दलों
से
यह
भी
पूछने
के
लिए
सहमति
बन
सकती
थी
जिसमे
यह
पूछा
जाता
कि
आपके
पास
मुसलमानों
के
कल्याण
के
लिए
क्या
सोच
रखा
है।
कार्यक्रम
में
शिरकत
करने
पहुंचे
सोशल
एक्टिविस्ट
खालिद
जिलानी
ने
कहा
देश
में
सभी
को
अपनी
बात
कहने
का
अधिकार
है।
लेकिन
जिस
तरह
प्रशासन
ने
आज
कार्यकम
रोका
है
उसे
कही
से
संबैधानिक
नहीं
कहा
जा
सकता।