यूपी: नसबंदी कैंप में महिलाओं को बेहोशी का इंजेक्शन लगाकर भागा डॉक्टर
जौनपुर। उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था की स्थिति क्या है इसका पता एक नसबंदी कैंप के हालात को देखकर समझा जा सकता है।
नसबंदी
कैंप
का
हाल
इस नसबंदी कैंप में महिलाओं को बेहोश करने के लिए डॉक्टर ने उन्हें एनेस्थीसिया तो दे दिया लेकिन जब उनके ऑपरेशन की बारी आई तो उस डॉक्टर ने समुचित औजार नहीं होने की बात कह कर बिना ऑपरेशन के ही वहां से भाग गया।
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बाद में प्रशासनिक अधिकारियों के पहुंचने के बाद आरोपी डॉक्टर वापस लौटा और करीब 13 महिलाओं का ऑपरेशन किया। पूरा मामला सरकार द्वारा संचालित जौनपुर के कम्यूनिटी हेल्थ सेंटर (सीएचसी) का है।
बताया जा रहा है कि जौनपुर के महाराजगंज ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले सीएचसी में नसबंदी कैंप लगाया गया। यहां केवल 10 बिस्तर की व्यवस्था थी लेकिन सर्जन प्रवीण कुमार ने एक साथ करीब 30 महिलाओं को एडमिट किया। कई महिलाओं को जमीन पर भी लिटाया गया।
बेहोश
महिला
मरीजों
को
छोड़कर
भागा
डॉक्टर
इतना ही नहीं सर्जरी के लिए आए डॉक्टर प्रवीण कुमार ने करीब 17 महिलाओं को एनस्थीसिया देकर बेहोश कर दिया। अब उनके नसबंदी की तैयारी की जाने लगी।
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आरोप है कि अचानक ही डॉक्टर औजारों के ठीक ढंग से काम नहीं करने की बात कह के बिना ऑपरेशन के वहां से फरार हो गए। दूसरी ओर जब डॉक्टर काफी देर तक नहीं लौटे तो बेहोश महिलाओं के परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया।
आखिरकार मामला जिलाधिकारी और सीएमओ तक पहुंचा। उन्होंने मौके पर पहुंचकर हालात की जानकारी ली। इस बीच लोगों को समझाने की कोशिश भी की गई।
जिलाधिकारी
और
सीएमओ
भी
मौके
पर
पहुंचे
इस बीच डॉक्टर को बुलाया गया। रात करीब 9 बजे डॉक्टर कैंप में पहुंचे लेकिन तबतक 17 महिलाएं जा चुकी थी। हालांकि बाद में डॉक्टर ने रात 11 बजे तक 13 अन्य महिलाओं का ऑपरेशन किया। इस बात की जानकारी एक आशा कार्यकर्ता ने दी।
फिलहाल जिलाधिकारी ने पूरे मामले की जांच मुख्य विकास अधिकारी को सौंपी। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में बताया कि डॉक्टर कैंप में देरी से पहुंचे और सीएचसी के दूसरे कर्मचारी भी मामले को लेकर गंभीर नजर नहीं आए।