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गुजरात की तर्ज पर मोदी की काशी में उठी शराबबंदी की मांग, शहर से लेकर गांव तक महिलाओं का प्रदर्शन

वाराणसी के शहरी और ग्रामीण दोनों हिस्सों में महिलाएं शराब को लेकर पूरी तरह से आक्रोशित हैं। शराब के ठेकों पर काम करने वाले से लेकर ठेका मलिकों तक में खौफ दिखाई दे रहा है।

By Ashwani Tripathi
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वाराणसी। पीएम मोदी की काशी में इन दिनों शराब के कारोबारियों पर महिला समूहों का कहर जमकर बरस उठा है। जिसकी साफ वजह भी है कि इस लत के चलते कईयों के घर जो उजड़ गए हैं। अब जबकि उत्तर प्रदेश में योगी राज की शुरुआत हुई है और प्रदेश सरकार बूचड़खानों, रोमियो, अतिक्रमण और सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने के लिए दोषियों पर सख्त कार्रवाई कर रही है, ऐसे में काशी में महिलाओं का समूह अपना घर बचाने सहित शराब के कारोबारियों को सबक सिखाने के लिए वाराणसी की सड़कों पर उतर आई हैं। बनारस में लगातार इस कारोबार को बंद करने के लिए इन घरेलू महिलाओं ने काशी के शहरी और ग्रामीण दोनों हिस्सों में कई दर्जन दुकानों पर जमकर हंगामा किया और गुजरात के तर्ज पर शराब का कारोबार पूरी तरह से बंद करने की मांग की।

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गुजरात की तर्ज पर मोदी की काशी में उठी शराबबंदी की मांग, शहर से लेकर गांव तक महिलाओं का प्रदर्शन

शहर से लेकर गांव तक गुस्से में महिलाएं

वाराणसी के शहरी और ग्रामीण दोनों हिस्सों में महिलाएं शराब को लेकर पूरी तरह से आक्रोशित हैं। जिसका परिणाम ये है कि अब इस ठेकों पर काम करने वालों से लेकर लाइसेंस होल्डरों में महिलाओं के गुस्से का आभास हो चूका है। जैसे ये महिलाएं इन ठेकों की ओर समूह बनाकर आती दिख रही हैं लोग दुकानों और ठेकों को छोड़कर भाग निकल रहे हैं और ये प्रदर्शनकारी जमकर उत्पात मचा रही हैं।

गुरुवार शाम 7:00 बजे लोहता थाना क्षेत्र के चुरामनपुर में महिलाओं और बच्चों ने देसी शराब की दुकान के सामने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया और चक्का जाम कर दिया। सूचना पर लोहता पुलिस व मडुवाडीह पुलिस की सीओ सदर स्नेहा तिवारी और रोहनिया पुलिस भी पहुंची और 35 मिनट से चल रहा चक्का जाम खत्म करवाया।

मडुआडीह के लहरतारा में महिलाओं ने देसी शराब की दुकान बंद करवाने के लिए सैकड़ों की संख्या में पहुंचकर देसी शराब की दुकान बंद करा दी। महिलाएं हाथ में झाड़ू लिए हुए थी। महिलाओं ने बताया कि देसी शराब का ठेका होने के कारण उनके घर, परिवार के बच्चे बिगड़ रहे हैं। आए दिन मारपीट होती रहती है, इसी पर उग्र हो महिलाओं ने 1 घंटे लहरतारा रोड पर चक्का जाम कर दिया। जिसके चलते भीड़ में 2 एंबुलेंस भी फस गई थी।

गुजरात की तर्ज पर मोदी की काशी में उठी शराबबंदी की मांग, शहर से लेकर गांव तक महिलाओं का प्रदर्शन
गुजरात की तर्ज पर मोदी की काशी में उठी शराबबंदी की मांग, शहर से लेकर गांव तक महिलाओं का प्रदर्शन

योगी राज में पुलिस भी है एक्शन में

दरअसल केवल कारोबारियों की नहीं नशेड़ियों की भी सामत आ गई है। एक तरफ तो घरेलू महिलाएं दिन में कभी भी इन दुकानों पर धमककर अपना विरध करती दिखाई दे रही हैं तो वहीं दूसरी ओर इन नशेड़ियों पर शिकंजा कसते हुए बनारस की पुलिस भी एक्शन में है। जैसे ही शाम के समय ठेकों सहित आसपास के सार्वजनिक स्थानों पर कोई भी नशेड़ी इसका सेवन करता दिखाई दे रहा है, अलग-अलग टीमें वहां पहुंचकर इन नशेड़ियों को थाने ला रही है।

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मोदी के विधायक चमका रहे अपनी राजनीति

यही नहीं राजनीति के धुरंधर अपने राजनीतिक कैरियर को चमकाने में ऐसे मौकों पर नहीं चूक रहे। कुछ ऐसा ही आरोप वाराणसी कैंट के नवनिर्वाचित विधायक सौरभ श्रीवास्तव पर पर लगा है, सपा के एक स्थानीय नेता ने सौरभ पर ये आरोप लगाया है कि वो अपने राजनीतिक फायदे के लिए महिलाओं को भड़का रहे हैं।

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English summary
Demand for Alcohol prohibition in Varanasi like Gujrat by women
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