यूपी : चौथे चरण के चुनाव में इलाहाबाद की 12 सीटों पर जीत-हार का गणित
चौथे चरण में उत्तर प्रदेश के जिन क्षेत्रों में चुनाव होने हैं उनमें इलाहाबाद अहम है। आइए जानते हैं कि इलाहाबाद की 12 सीटों पर कौन-कौन चुनावी मैदान में भाग्य आजमा रहे हैं?
इलाहाबाद। सूबे में विधानसभा चुनाव के दो चरणों के मतदान संपन्न हो गये। तीसरे चरण का प्रचार-प्रसार थम गया है। अब सबकी निगाहें चौथे चरण के चुनाव पर है। चौथे चरण में सबसे खासमखास इलाहाबाद है। यहां की 12 विधानसभा सीटों पर कई दिग्गज चुनाव लड़ रहे हैं। 12 विधानसभा से 181 प्रत्याशी मैदान में हैं। सबसे ज्यादा शहर उत्तरी व सबसे कम प्रत्याशी हंडिया में हैं। उत्तरी व दक्षिणी विधानसभा में 15 प्रत्याशी से अधिक संख्या होने के कारण यहां दो ईवीएम मशीनें लगेंगी। oneindia की इस खबर में पढिये कि कौन-कौन हैं मैदान में और क्या हैं चुनावी समीकरण?
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विवादों का नाम सोरांव
इलाहाबाद की सोरांव सीट यूं तो सुरक्षित है लेकिन यह सीट सबसे विवादित रही। भाजपा के लिये तो यह काल सर्प दोष की तरह रही। इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी के आते ही नाराज अनुप्रिया ने भाजपा के खिलाफ ताबड़तोड़ प्रत्याशी उतार कर गठबंधन तोड़ने की धमकी दे डाली।
वहीं कांग्रेस और सपा के लिये भी यह सीट मुसीबत भरी रही। प्रत्याशी की अदला-बदली में दोनों दलों के प्रत्याशी नामांकन कर आमने-सामने आ गये हलांकि अब काग्रेस यहां से बैक हुई है पर प्रत्याशी मैदान में ही हैं। इस सीट पर अभी तक बसपा से गीता पासी सबसे तगड़ी उम्मीदवार मानी जा रही हैं। इनके पक्ष में मायावती की रैली भी संजीवनी सरीखी साबित हुई। हालांकि भाजपा-अद व सपा-कांग्रेस गठबंधन की सुलह जमीन पर आये तो मुकाबला त्रिकोणीय होगा।
जबकि सपा से सत्यवीर मुन्ना, कांग्रेस से जवाहरलाल दिवाकर, अपना दल एस से जमुना प्रसाद, भाजपा के सुरेन्द्र चौधरी, सीपीआईएम से फूलचन्द्र, , भारतीय राष्ट्रीय जनसत्ता पार्टी से कृष्ण कुमार, राष्ट्रीय समाज पक्ष से मनोज, प्रगतिशील समाज पार्टी से मुन्ना, बहुजन अवाम पार्टी से श्याम लाल, युवा विकास पार्टी से लीलावती, भारत क्रान्ति रक्षक पार्टी से सुनील कुमार राजपासी, निर्दल प्रत्याशी अजय कुमार और निर्दल अशोक कुमार भी मैदान में है। इसमें निर्दल अजय पिछले चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी थे और चौथे स्थान पर रहे। लेकिन इस बार कृष्णा गुट का दामन थामने के बाद निर्दल घोषित हो गये हैं।
फाफामऊ है यादवों का गढ
फाफामऊ विधानसभा सीट सपा के लिये बेहद मजबूत है। यह इलाका यादव बाहुल्य है और सपा विधायक अंसार अहमद फिर से मुस्लिम कार्ड के साथ सबसे मजबूत प्रत्याशी हैं। लेकिन उनका मुकाबला सबसे अधिक बसपा के मनोज पाण्डेय से है जिनकी जमीनी पकड़ और ब्राह्मण वोट निर्णायक साबित हो सकते हैं । यहीं से पूर्व मंत्री विक्रमाजीत मौर्या भी भाजपा के उम्मीदवार हैं। अगर लहर का असर रहा तो यह बाजी मार सकते हैं जबकि राष्ट्रीय लोक दल से राम सजीवन, भारतीय संगम पार्टी से सुधा पटेल, निर्दल अवनीश पाण्डेय, लोकदल से चन्द्रिका प्रसाद साहू, युवा विकास पार्टी से पवन त्रिपाठी, बहुजन अवाम पार्टी से रघुनाथ, रिपब्लिकन पार्टी आफ इण्डिया (ए) से सतेन्द्र प्रसाद मौर्य, कमलेश कुमार, राजकुमार चुनाव मैदान में है।
फूलपुर में भाजपा का दबदबा
नेहरू की लोकसभा सीट रही फूलपुर, कुर्मी बाहुल्य है और भाजपा प्रत्याशी प्रवीण पटेल को मजबूत कर रही है। हालांकि बसपा व सपा ने मुस्लिम कार्ड खेला है। बहुजन से मसरूर शेख, समाजवादी पाटी से मंसूर आलम भाजपा के लिये चुनौती पेश करेंगे। यहां से नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के जवाहर लाल, राष्ट्रीय लोकदल से प्रमोद चन्द्र, अम्बेडकर युग पार्टी से अनिल कुमार शुक्ला, प्रगतिशील मानव समाज पार्टी के अशोक कुमार दुबे, परिवर्तन समाज पार्टी से तहसीन अहमद, जन अधिकार मंच से मंजू मौर्या, पिछड़ा वर्म महापंचायत पार्टी से विनोद कुमार, अखिल भारत हिन्दू महासभा से विनोद कुमार पाण्डेय और निर्दल प्रत्याशी के रूप में राम किशुन, विनय कुमार भास्कर, शिव चन्द्र चुनाव मैदान में है।
हण्डिया में पर्दे के पीछे की सियासत
हण्डिया विधानसभा सीट से पूर्व मंत्री राकेशधर त्रिपाठी की पत्नी प्रमिला त्रिपाठी व सपा के कद्दावर नेता व एमएलसी वासुदेव यादव की बेटी निधी यादव मैदान में हैं। यहां प्रत्याशी से ज्यादा पर्दे के पीछे से शियासत चल रही है। जबकि बसपा से हाकिम लाल बिन्द, निर्दल प्रत्याशी अवधेश कुमार तिवारी, प्रभात त्रिपाठी, मंगला प्रसादराष्ट्रीय लोकदल से विजय यादव, बहुजन आवाम पार्टी से मिठाई लाल, नवीन समाजवादी दल से स्नेहलता यादव चुनांव मैदान में है।
कोरांव में त्रिकोणीय मुकाबला
कोरांव विधानसभा सीट पर भाजपा-अद, सपा-कांग्रेस व बसपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। हालांकि सपा ने अपना प्रत्याशी बैक कर कांग्रेस को मजबूत किया है। भाजपा से राजमणि, इण्डियन नेशनल कांग्रेस से रामकृपाल, सपा से रामदेव, बसपा से राजबली जैसल,आदिम समाजपार्टी से रविशंकर, बहुजन मुक्ति पार्टी से शिव जनक, निर्दल प्रत्याशी तेजबली, धर्मराज चुनाव सीपीआईएम से चिरौजीलाल, राष्ट्रीय लोक दल से मायावती, भारतीय शक्ति चेतन पार्टी से अखिलेश कुमार, कम्युनिस्ट पार्टी आफ इंडिया माक्ससिस्ट लेनिनिस्ट लिबरेशन से पंचमलाल, जन अधिकार पार्टी से रंगलाल मैदान में है।
वीआईपी सीट शहर उत्तरी
इलाहाबाद की सबसे वीआईपी सीट शहर उत्तरी पर जबरदस्त टक्कर है। कांग्रेस के अनुग्रह का यह किला ढहाना किसी के लिए भी लोहे के चने चबाने जैसा है। लेकिन केशव ने अपने पार्थ व शहर की कद्दावर बाजपेई फैमली के चिराग हर्ष को मैदान में उतारा है । मुख्य मुकाबला इनमें ही तय है। जबकि इलाहाबाद के पूर्व कमिश्नर बादल चटर्जी, बसपा से अमित भी लोकप्रिय प्रत्याशी हैं। मैदान में आर.पी.आई (ए) से अजय कुमार, भारत क्रान्ति रक्षक पार्टी से सुनील कुमार गुप्ता और निर्दल प्रत्याशियों में अभिनव श्रीवास्तव,अंशू त्रिपाठी, इन्द्रेश कुमार सोनकर, धीरज कुमार अग्रवाल, पुष्पेन्द्र कुमार, प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, भैयारम यादव, मधु सिंह, रमाकान्त, राजेश यादव, रितेश कुमार, शैलेन्द्र कुमार प्रजापति, शौर्य दीप सर्वजन कल्याण लोकतांत्रिक पार्टी आशुतोष बाजपेयी, राष्ट्रीय बन्धुत्व पार्टी उदयभान, बहुजन आवाम पार्टी से उमेश चन्द्र, लोक गठबंधन पार्टी से मृगांक शेखर सिंह, शिवसेना से विन्देश्वरी प्रसाद, राष्ट्रवादी प्रताप सेना शरद खरे, बुजन मुक्ति पार्टी से सुनील कुमार है।
शहर दक्षिणी में नंदी कुनबे की टक्कर
इलाहाबाद शहर दक्षिणी से सपा के विधायक परवेज अहमद बेहद मजबूत हैं। लेकिन भाजपा ने दलबदलू पर मजबूत व पूर्व मंत्री नंद गोपाल गुप्ता को टिकट दिया है । पत्नी मेयर अभिलाषा ने यहां बहुत काम किया है । यह सीट भाजपा के खाते में जा सकती है। यहां बसपा से मासूक खां, राष्ट्रीय अपना दल से सतीश केसरवानी, प्रगतिशील समाज पार्टी से समर बहादुर शर्मा, एआईएमआईएस से सैय्यद अफजाल मुजीब, निर्दल प्रत्याशी देवेन्द्र कुमार तिवारी, शिव प्रसाद वर्मा, शिव शरण, सविता साहू, संजय साहूकम्यूनिस्ट पार्टी आफ इंडिया से आमिर हबीब, राष्ट्रीय लोकदल पार्टी से अरूणेश जायसवाल, पीस पार्टी से अकीलुर रहमान, अम्बेडकर युग पार्टी से कमला प्रसाद, शिवसेना से गौरव पाण्डेय, परिवर्तन समाज पार्टी से रमेश चन्द्र, बहुजन मुक्ति पार्टी से रमेश चन्द्र भारतीया, निर्वल इण्डियन शोषित हमार आम दल से रामानन्द शुक्ल, रिपब्लिकन पार्टी आफ इण्डिया से सत्येन्द्र कुमार कुशवाहा चुनाव मैदान में है।
पीएम के एक्सपेरिमेंट ब्वॉय शहर पश्चिमी में
बाहुबली अतीक अहमद का राजनैतिक कैरियर खत्म करने वाली सियासत की नई पहचान बनीं विधायक पूजा पाल को टक्कर देने के लिए पीएम के एक्सपेरिमेंट ब्वॉय सिद्धार्थ नाथ सिंह यहां से चुनाव लड़ रहे हैं । सपा ने इलाहाबाद छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह को मैदान में उतारा है। लेकिन बावजूद इसके बसपा प्रत्याशी पूजा पाल से सीट छीनना मुश्किल है।
इस सीट से राष्ट्रीय लोकदल से सुनील चैधरी, निर्बल इण्डियन शोषित हमारा आम दल से चन्द्रदेव सिंह उर्फ दया सिंह बिस्मार्क, प्रगति शील समाज पार्टी से दक्खिनी प्रसाद मार्य, आवामी विकास पार्टी नदीम अहमद और निर्दल प्रत्याशी गणेजी जी त्रिपाठी, निजामउद्दीन, राजेन्द्र कुमार पाल, रीता सिंह पासी, हसन एखलाक उर्फ रिजवान नींव हैं।
बारा में त्रिकोणीय सीरीज
इलाहाबाद की बारा विधान सभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होगा। भाजपा से डॉ. अजय कुमार लड़ रहे हैं। मौजूदा विधायक हैं और दल बदल कर आये हैं । बसपा से अशोक कुमार गौतम, सपा से अजय इन्हें कड़ी टक्कर दे रहे हैं। जबकि जय हिन्द जय भारत पार्टी से ललित कुमार गोंड, बहुजन मुक्ति पार्टी से लाल चन्द्र भारती, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इण्डिया से अयोध्या प्रसाद, इण्डियन नेशनल कांग्रेस से सुरेश कुमार, राष्ट्रीय लोकदल से सुलोचना, निर्बल इण्डियन शोषित हमारा आमदल से फूल चन्द्र, लोकदल से राजेश कुमार, राष्ट्रीय समाज पक्ष से शिवभजन और निर्दल प्रत्याशी अमित कुमार, बलराम, राजकुमार, हंसराज चुनावी जंग में उतरे है।
मेजा में बाहुबली की साख दांव पर
इलाहाबाद की मेजा विधानसभा सीट सर्वाधिक चर्चा में है। कारण है कि बाहुबली करवरिया परिवार की बहू नीलम का मैदान में उतरना। यहां बाहुबली करवरिया बंधुओ की साख दांव पर है। हालांकि इस सीट को जीतने के लिये भाजपा ने ऐड़ी चोटी का जोर लगा दिया है।
सपा ने राम सेवक सिंह, बसपा ने सुरेन्द्र को टिकट दिया है जबकि राष्ट्रीय लोकदल से हंसराज यादव, बहुजन मुक्ति पार्टी से कृष्णाकान्त, लोकगठबन्ध पार्टी से जनार्दन प्रसाद पाण्डेय, प्रगतिशील समाजपार्टी से रवीन्द्र कुमार, देश शक्ति पार्टी से लल्लन लहरी, अमितराज आनन्द, विमल चन्द्र,महेन्द्र कुमार रावत, सत्येन्द्र सिंह, निर्दल इण्डियन शोषित हमरा आम दल से सर्वेश चन्द्र और निर्दल प्रत्याशी अनिल कुमार, सूर्यभान सिंह भी मैदान में है।
बड़े नामों की लड़ाई करछना में
करछना विधान सभा सीट पर सपा के कद्दावर नेता व राज्यसभा सांसद रेवती रमण सिंह के बेटे मंत्री उज्जवल रमण सिंह स्टार प्रत्याशी हैं। जबकि उज्जवल को हराने वाले बसपा विधायक दीपक पटेल फिर से मैदान में है। भाजपा ने बड़े उद्यमी व विवादों में घिरे पियूष रंजन पर भरोसा जताया है जिससे इस बार मुकाबला मजेदार होगा । जबकि राष्ट्रीय लोकदल से राजेन्द्र सिंह, भारतीय किसान सेना लोकतांत्रिक से कंचन सिंह, रिपब्लिकन पार्टी आफ इंण्डिया से जय प्रकाश, बहुजन मुक्ति पार्टी से राजेश और अन्य निर्दल प्रत्याशियों में अजय कुमार, अजीत कुमार पटेल, प्रमोद सिंह, बबिता सिंह, मनोज कुमार सिंह, विमल कुमार द्विवेदी, सुजीत, सुबेदार चुनाव मैदान में है। प्रतापपुर विधान सभा सीट से सपा से विजमा यादव, बसपा से मुज्जतबा सिद्दीकी, अपना दल से करन सिंह चुनाव लड़ रहे है।
प्रतापपुर में बगावत की सियासत
प्रतापपुर सीट पर भाजपा-अद गठबंधन का विवाद उलझा बगावत को किसी तरह रोका गया। लेकिन अपना दल में ही रार मच गई । अद ने दो प्रत्याशियों कर्ण सिंह व बृजेश पाण्डेय को टिकट दे दिया और अब दोनो एक दूसरे के सामने हैं। काफी उठा पटक के बाद विधायक विजमा यादव को सपा ने फिर से टिकट दिया। जबकि बसपा ने सोरांव के पूर्व विधायक मुज्तबा सिद्दीकी को मैदान में उतारा है। प्रत्याशियों में अपना दल से एस कर्ण सिंह, पीएसपी से वसीयत, सर्व संभव से पुष्पराज , ओलमा से हदीस, रालोद से सुरेश । निर्दलीय में बृजेश कुमार, कृष्णा, मनोज, रत्ना, राम कैलाश, संतोष कुमार शामिल हैं।
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