भाजपाई भाइयों ने किया चाचा-भतीजे का कत्ल, विधायक के साथ पोस्टर
शाहजहांपुर में एक चाचा-भतीजे को उनके ही दो रिश्तेदारों ने मौत के घाट उतार दिया। हत्या करने के बाद दोनों भाई फरार हो गए। हत्यारोपी भाजपा कार्यकर्ता हैं।
शाहजहांपुर। यूपी के शाहजहांपुर में दोहरे हत्याकांड से सनसनी फैल गई। जमीन विवाद के चलते दो भाइयों ने चाचा और भतीजे की गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। घटना के पीछे एक खेत को बेचने के बाद पैसे के बंटवारे पर विवाद होना बताया जा रहा है। फिलहाल घटना को अंजाम देने के बाद दोनों भाई मौके से फरार हो गया। हत्यारोपी भाई भाजपा कार्यकर्ता हैं। दोनों वहीं सूचना के बाद मोके पर पहुंचे एसपी केबी सिंह, एसपी सिटी कमल किशोर, चार सीओ और कई थानों की पुलिस फोर्स ने मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।
Read Also: गैंगरेप पीड़िता को एक साल पुलिस ने रुलाया, अदालत ने पोछे आंसू
चाचा के साथ रह रहे थे गौरव और रुपाली
घटना थाना निगोही कस्बे की है। यहां के रहने वाले राकेश सोनी के दो भाई हैं - दिनेश सोनी, मुनीश सोनी। राकेश सोनी के दो बच्चे हैं जिनमें 15 साल का बेटा गौरव और 13 साल की बेटी रुपाली है। चार साल पहले किन्हीं कारणों से राकेश सोनी ने जहर पीकर आत्महत्या कर ली थी। तो वहीं एक साल पहले पत्नी की बीमारी के चलते मौत हो गई थी। उसके बाद दोनों बच्चो की देखभाल चाचा मुनीश करते थे।
खेत बेचने को लेकर चल रहा था विवाद
राकेश के भाई दिनेश अपने बेटे आशुतोष और संतोष के साथ अलग रहते हैं। जानकारी के मुताबिक कुछ दिन पहले मुनीश ने एक खेत बेचा था जिसमें दिनेश और राकेश का हिस्सा था। राकेश की चार साल पहले मौत होने के कारण हिस्सा उनके बच्चों को मिलना चाहिए था। लेकिन दिनेश के बेटे आशुतोष ओर संतोष हिस्सा देने से इंकार कर रहे थे। तो वहीं दोनों बच्चों की देखभाल कर रहे चाचा मुनीश हिस्सा देने की वकालत कर रहे थे। ये बात आशुतोष और संतोष को नागवार गुजर रही थी।
शुक्रवार की सुबह चाचा-भतीजे को मार डाला
ग्रामीणों की मानें तो शुक्रवार की सुबह गौरव घर के बाहर कार की सफाई कर रहा था और रुपाली स्कूल गई हुई थी। तभी आशुतोष और संतोष घर मे घुस आए और चाचा मुनीश की सिर में गोली मारकर हत्या कर दी। गोली की आवाज सुनते ही जब गौरव घर में गया तो आरोपियों ने उसकी भी गोली मारकर हत्या कर दी।
हत्याकांड करने के बाद आरोपी फरार
घटना को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपी मौके से फरार हो गए। जिस तमंचे से दोनों की गोली मारी गई है उसको मौके पर ही आरोपियों ने फेंक दिया। घटना के बाद मौके पर पहुंचे आलाधिकारियों के साथ भारी पुलिस बल ने जांच शुरू कर दी है। दोनो शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है वहीं तहरीर के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।
चाचा और भाई की हत्या से रुपाली हुई अनाथ
इस घटना के बाद से 13 साल की रूपाली पूरी तरह से अनाथ हो चुकी है। चार साल पहले पिता राकेश ने जहर पीकर आत्महत्या कर ली थी। उसके बाद एक साल के बाद मां की बिमारी के चलते मौत हो गई। उसके बाद चाचा मुनीश ही दोनों की देखभाल करते थे। लेकिन जमीन के लालच ने चचेरे भाइयों ने रुपाली के सिर से भाई और चाचा का साया छीन लीया। अब रुपाली परिवार में बिल्कुल अकेली बची है। अब देखना है कि रुपाली की परवरिश कौन करता है।
भाजपा कार्यकर्ता है दोनों हत्यारोपी
हत्यारोपी आशुतोष और संतोष भाजपा के कार्यकर्ता हैं और विधायक के साथ उनके पोस्टर्स दीवारों पर लगे हैं। घटना के बाद मौके पर विधायक रोशन लाल वर्मा भी पहुंचे। वहीं एसपी केबी सिंह की माने तो दो मर्डर हुए हैं। मरने वाले चाचा-भतीजे हैं। उनकी हत्या मुनीश के भतीजों ने की हैं। अभी तक की जांच में जमीनी विवाद सामने आया है। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपियों की तलाश कर जा रही है। जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
Read Also: 15 साल की लड़की ने कहा 13 साल का लड़का है उसके बच्चे का बाप