अपना दल के दंपति हत्याकांड में खुले कई राज, 4 हिरासत में एक सपा नेता की तलाश
फिर जमकर शराब पीने के बाद शव घर के पीछे बिस्तर लगाकर लिटा दिया गया था। फॉरेंसिक टीम ने गड्ढे से मिट्टी जांच के लिए ली है और पड़ताल जारी है। इसी गड्ढे से पुलिस को पहले बीयर की बोतलें बरामद हो चुकी हैं।
इलाहाबाद। इलाहाबाद के बड़गांव पुलिस चौकी के पास हुई दंपति हत्याकांड में पुलिस के हाथ कई राज लगे हैं। जिसमें हत्या का कारण जमीनी विवाद के साथ राजनीतिक भी है। अब तक पुलिस ने एक डॉक्टर, एक टीचर समेत चार लोगों को हिरासत में लिया है और एक सपा नेता की तलाश में ताबड़तोड़ दबिश जारी है। फिलहाल अपना दल की मंडल अध्यक्ष संतोषी देवी और उनके पति जितेंद्र कुमार पटेल की हत्या के तार ब्लाक प्रमुख के अविश्वास प्रस्ताव से उपजे विवाद से भी जुड़े हैं।
कमरे में हुई थी हत्या
पुलिस जांच में संतोषी के कमरे में खून के छीटे मिलने पर पड़ताल शुरू हुई। तो संदूक के नीचे छिपाया गया गड्ढा मिला। गड्ढे में दारू व बीयर की खाली बोतल भी पाई गई है। पुलिस के मुताबिक हत्यारों ने संतोषी देवी और उनके पति जितेंद्र की हत्या घर के अंदर कमरे में की थी। फिर जमकर शराब पीने के बाद शव घर के पीछे बिस्तर लगाकर लिटा दिया गया था। फॉरेंसिक टीम ने गड्ढे से मिट्टी जांच के लिए ली है और पड़ताल जारी है।
इनमें उलझी है गुत्थी
हत्या की गुत्थी सुलझाने में जुटी क्राइम ब्रांच ने कई लोगों को उठाया और पूछताछ कर कड़ियां जोड़नी शुरू कर दी है। हत्या की कहानी एक शिक्षक, एक डीजे संचालक, एक डॉक्टर समेत एक कद्दावर सपा नेता के इर्द-गिर्द घूमती नजर आ रही है। हालांकि पुलिस अभी तक सपा नेता तक नहीं पहुंच सकी है। दरअसल कॉल डिटेल में ये सारे लोग मृतक संतोषी देवी और उसके पति जितेंद्र पटेल से जुड़े हैं। हर कोई इनसे किसी संबंध से इनकार करता रहा। लेकिन कॉल डिटेल ने इनके झूठ का पर्दाफाश कर दिया है। हिरासत में आए डॉक्टर की तो हत्या वाले दिन शाम साढ़े सात बजे भी संतोषी के नंबर पर बात हुई है।
जमीन और राजनीति
पुलिस ने बताया कि 6 महीने पहले एक डीजे संचालक के अवैध निर्माण की शिकायत जीतेंद्र ने डीएम से की थी। इसे लेकर काफी तनातनी चल रही थी। जबकि मऊआइमा के ब्लाक प्रमुख के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए संतोषी पर जबरदस्त दबाव बनाया जा रहा था। दबाव बनाने वाला सपा नेता जिला पंचायत सदस्य है और घटना के बाद से पुलिस को उसकी तलाश है। क्योंकि सपा नेता ने संतोषी के मायके तक में धमकी दी थी। इसलिए उस पर शक गहरा है।
बेटों से की थी बात
कॉल डिटेल से पता चला कि घटना वाले दिन दंपत्ति ने अपने दोनों बेटों से फोन पर बात की थी। रात साढ़े 9 बजे के बाद दोनों कॉल किए गए थे। बता दें कि दंपत्ति के दो बेटे हैं। बड़ा बेटा अंशुमान मान्धाता प्रतापगढ़ में रहता है। जबकि महेंद्र इलाहाबाद के एक हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहा है। पूछताछ के दौरान हिरासत में आए शिक्षक ने कुछ घरेलू राज भी खोले हैं। फिलहाल पुलिस गुत्थी सुलझाने में जुटी हुई है।
Read more: मुस्लिम महिलाओं ने कहा- तीन तलाक पर भारत का कानून लागू हो शरीयत का नहीं