VIDEO: अपने लव लेटर में इस एक्टर ने मार दिया था ये डायलॉग...
जीवन में तमाम मोड़ लेने वाले विजय की लव लाइफ भी काफी इंट्रेस्टिंग है। पढ़ाई के दौरान ही विजय को एक बंगाली लड़की से प्यार हुआ।
गाजीपुर। बॉलीवुड एक्टर विजय गुप्ता ने अब तक 16 सालों में 55 फिल्मों में काम किया है। गाजीपुर में दौरा क्षेत्र के नवली गांव के रहने वाले विजय ने बताया कि वो मुंबई सन् 2000 में गए। स्ट्रगल के दिनों में करीब 5 महीने लोहे को गलाने वाली फैक्ट्री में टाइम काटा। उनका कहना है और 30 रुपए रोजाना की मजदूरी पर काम किया। वहीं एक ही कमरे में दर्जनों मजदूरों के साथ सोते थे। टाइम निकाल फिल्मों के लिए लोगों के यहां चक्कर काटते थे। पैदल पंद्रह से बीस किमी चलते थे और दरवाजे से ही कपड़े देखकर भगा दिए जाते थे।
पिता के कारण जाना पड़ा कलकत्ता
कैरेक्टर आर्टिस्ट विजय गुप्ता के पिता स्व. हीरालाल गुप्ता कोलकाता के कॉलेज स्ट्रीट में झोले बनाने का काम करते थे। विजय की पढ़ाई प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक कोलकाता में ही हुई। इसके बाद विजय वहीं के एक नाट्य अकादमी से जुड़ गए। साल 1981 में उन्होंने अपना पहला नाटक 'बांझा रामे बगान' में काम किया। इसमें उन्होंने अलग-अलग पांच कैरेक्टरों की भूमिका अकेले ही निभाई, जिसको काफी सराहना मिली थी।
एक मालिक की नजर ने पहुंचाया फिल्म इंडस्ट्री तक
विजय के मुताबिक सन् 2000 में मुंबई आने के बाद मैं फैक्ट्री में मजदूरों को अभिनय दिखाता था। एक दिन फैक्ट्री के एक साहब की नजर मुझ पर अभिनय करते हुए ही पड़ गई। इसके बाद वो मेरी मुलाकात एक थियेटर के डायरेक्टर मकरंद देशपांडे से कराना चाहते थे। विजय गुप्ता ने उन्हें अपना आत्मपरिचय देते हुए फिल्म जगत में आने की अपनी इच्छा बताई। इस पर मकरंद देशपांडे ने उन्हें अपने नाटक 'बसंत का तीसरा यौवन' में भूमिका निभाने का पहली बार मौका दिया।
'शक्ति' में मिला पहला चांस
अदाकारी को देखकर कई और नाटकों में चांस मिला। इसके बाद वो फिल्म इंडस्ट्री में अपने द्वारा किए गए अभिनय के एलबम व फोटोग्राफ्स लेकर काम मांगने पहुंच जाते। इसे देख उन्हें 'शक्ति द पावर' फिल्म के डायरेक्टर कृष्ण बोमसी ने नाना पाटेकर और शारुख खान के साथ 1000 रुपए रोज पर एक्टिंग का मौका दिया। 60 दिनों में 60 हजार मिला। बता दें कि ये फिल्म सितंबर 2002 में आई थी। इसमें विजय ने नाना पाटेकर के राइट हैंड की भूमिका निभाई।
अब तक कर चुके हैं 55 फिल्में जिनमे कई हुई हैं हिट और कई सुपर हिट
विजय गुप्ता ने अब तक कुल 55 फिल्मों में अभिनय किया है जिनमें फिल्म कंपनी, शक्ति द पावर, जागो, सरकार, अब तक 56, नो स्मोकिंग, गुलाल, मांझी द माउंटेन मैंन, सत्याग्रह, तलाश, ग्रेट ग्रैंड मस्ती जैसी मशहूर फिल्में शामिल हैं। लगभग सभी फिल्में हिट भी हुई हैं और इनमें उनकी भूमिकाएं चर्चा में रही हैं।
सत्याग्रह में ट्रांसफॉर्मर बाबा तो 'जौली एलएलबी- 2' में जज के असिस्टेंट ओमप्रकाश की निभा चुके हैं भूमिका
'अब तक 56' फिल्म में शूटर की भूमिका निभाई है। इस फिल्म में नाना पाटेकर उनका एनकाउंटर कर देते हैं, 'गुलाल' फिल्म में विजय गुप्ता के नाम से ही उनका कैरेक्टर रोल रहा है, सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की फिल्म 'सरकार' में उन्होंने उनके अंगरक्षक की भूमिका निभाई है, फिल्म 'सत्याग्रह' में ट्रांसफॉर्मर बाबा के रूप में दिखे। 'माझी द माउटेन मैन' में वो रेलवे स्टेशन पर टी-शॉप कीपर बने, 'ग्रेट ग्रैंड मस्ती' में ग्रामीण की भूमिका में दिखे। अक्षय कुमार की फिल्म 'जोकर ' में वो दलाल बने तो हाल ही में रिलीज हुई 'जौली एलएलबी-2' में जज के असिस्टेंट ओमप्रकाश नाम के कैरेक्टर में देखे गए है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत का फुटबाल मैच भी खेल चुके हैं
विजय गुप्ता ने बताया वो अच्छे फुटबॉलर रहे हैं। सन 1982 में इन्होंने कलकाता के सिटी ओल्ड रनर क्लब से फ्रेंडली मैच में ऑस्ट्रेलिया क्लब के खिलाफ मैच खेला।
लव लाइफ में क्या थी विजय की किस्मत?
जीवन में तमाम मोड़ लेने वाले विजय की लव लाइफ भी काफी इंट्रेस्टिंग है। पढ़ाई के दौरान ही विजय को एक बंगाली लड़की माउ भट्टाचार्य से प्यार हुआ। काफी दिनों इंतजार कर बड़ी हिम्मत करते हुए लेटर लिखकर प्रपोज किया। उन्होंने बताया कि 'किस्मत बुरी है अपनी, इसमे किसी की खता नहीं... हम मिट चुके हैं तुम पर, तुम्हीं को पता नही...'' शायरी लिखकर उसे दिया और उसने उसे पढ़ने के बाद अच्छी शायरी कहते हुए सहमती जताई थी।
इसके बाद आठ सालों तक हमारा प्यार चला और सन् 1995 में हमने घरवालों के रजामंदी के खिलाफ शादी कर ली। शादी के तीन महिने बाद उसके घर वाले उसे जबरिया लेकर चले गए। तब से आज तक मैं लाख कोशिश करने के बाबजूद उससे मिल भी नहीं पाया। अपनी पत्नी के लिए मैंने कोर्ट की भी शरण ले रखी है।
आने वाली है दो और फिल्में
विजय गुप्ता ने बताया कि उनकी कई और फिल्में जल्द ही आने वाली हैं। इनकी शूटिंग का काम चल रहा है। फिलहाल उनकी दो फिल्में बनकर रिलीज होने को तैयार हैं, जो अगले कुछ महीनों में रिलीज हो जाएगी। इसमें 'डीएनए में गांधी जी' और दूसरी फिल्म 'ग्राम परेशानपुर' है। ग्राम परेशानपुर में वो हीरो के पिता की भूमिका में हैं। इसकी शूटिंग लगभग पूरी हो चुकी है।
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