इतनी भीड़ लेकर बच्चों के लिए सड़क पर उतरे बोमन ईरानी, देखिए VIDEO
शूटिंग में स्थानीय लोग भी जुलूस के रूप में शामिल हुए। कई दिनों से फिल्म निर्माण में लगी पूरी टीम जिले में रुककर अलग-अलग स्थानों पर शूटिंग कर रही हैं।
मिर्जापुर। अभिनेता बोनम ईरानी बाल मजदूरी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए मिर्जापुर की सड़को पर उतर गए है। कई दिनों से वो जुलूस निकालकर बाल मजदूरी के खिलाफ अलख जगा रहे है। पर ये रियल नहीं बल्कि रील लाइफ की बात है। अभिनेता बोमन ईरानी बाल मजदूरी पर बन रही फिल्म 'झलकी' की शूटिंग कर रहे थे। शूटिंग में बाल मजूदरों के साथ इस बुराई को बंद करने के लिए जुलूस निकालने की शूटिंग हुई। शूटिंग में स्थानीय लोग भी जुलूस के रूप में शामिल हुए। कई दिनों से फिल्म निर्माण में लगी पूरी टीम जिले में रुककर अलग-अलग स्थानों पर शूटिंग कर रही हैं।
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नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी की भूमिका में बोमन ईरानी की ये फिल्म बाल मजदूरी के खिलाफ लड़ाई लड़ने पर आधारित है। कैलाश सत्यार्थी ने बाल मजदूरी के खिलाफ अपनी लड़ाई मिर्जापुर जिले से ही शुरु की थी। कैलाश सत्यार्थी ने बाल श्रम के खिलाफ बचपन बचाओं आंदोलन की शुरुआत की। इसके बाद स्वामी अग्निवेश के साथ बंधुआ मुक्ति मोर्चा का गठन किया। इसकी शुरुआत उन्होंने मिर्जापुर जिले से ही की थी। संस्था ने कालीन, कांच्र, ईंट भटटा, पत्थर खदान, घरेलू बाल मजदूरी, साड़ी उद्योग से सैकड़ों बच्चों को मुक्त कराया। इसके चलते कैलाश सत्यार्थी को नोबेल पुरस्कार दिया गया।
फिल्म की शुटिंग नगर के नारघाट, शास्त्री पुल व अन्य स्थानों पर हुई। इसमें बाल श्रम में फंसे बच्चों को मुक्त कराने के बाद बाल श्रम के खिलाफ जुलूस निकाला गया। नारघाट की गलियों में इस जुलूस को फिल्माने के लिए कई रीटेक किए गए। जुलूस में स्थानीय लोग भी शामिल हुए। फिल्म में बोमन ईरानी के अलावा दिव्या दत्ता, गोविंद सिंह, अखिलेंद्र मिश्र आदि कलाकार काम कर रहे हैं। फिल्म की शूटिंग जिले के अन्य इलाकों में होने की भी संभावना है।