5 अगस्त को ही भेजे जा चुके थे ऑक्सीजन के पैसे, प्रिंसिपल ने की लापरवाही: CM योगी
गोरखपुर में ऑक्सीजन की कमी से लगभग 30 बच्चों की हुई मौत पर बोलते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रिसिंपल को कसूरवार ठहराया है।
नई दिल्ली। गोरखपुर में ऑक्सीजन की कमी से लगभग 30 बच्चों की हुई मौत पर बोलते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रिसिंपल को कसूरवार ठहराया है। उन्होंने प्रिसिंपल पर सवाल उठाते हुए कहा कि ऑक्सीजन सप्लायर ने 1 अगस्त को प्रिसिंपल को पत्र लिखा बकाया राशि के संबंध में सूचना दी थी। इस पत्र को मेडिकल एजुकेशन के डीजी को 4 अगस्त को भेजा गया जिसके बाद इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए 5 अगस्त को मेडिकल कॉलेज को पैसे भेजे गए।
सीएम योगी ने आगे कहा, 'जब मेडिकल एजुकेशन बोर्ड द्वारा 5 अगस्त को पैसे भेजे जा चुके थे तो ऑक्सीजन सप्लायर को पैसे क्यों नहीं मिले। इसमें किसकी गलती है, स्वास्थय मंत्री की या फिर मेडिकल कॉलेज के प्रिसिंपल की?' बता दें कि इससे पहले सीएम योगी इस मामले में कार्रवाई करते हुए बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रिसिंपल को निलंबित कर चुके हैं। हालांकि प्रिंसिपल का कहना है वो पहले ही इस्तीफा दे चुके थे।
When the money released by Medical Education has reached there, is it the mistake of the Minster or the Principal?: UP CM Yogi Adityanath pic.twitter.com/URpdDG6JVk
— ANI UP (@ANINewsUP) August 12, 2017
लखनऊ में एक प्रेस कांफ्रेस को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि इस हादसे की मीडिया में आई रिपोर्ट से पीएम मोदी चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि इस हादसे में ऑक्सीजन सिलिंडर की सप्लायर की भूमिका की जांच करने के लिए हमने मुख्य सचिव की निगरानी में एक कमिटी बनाई गई है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की कमी से मौत जघन्य कृत्य है। उन्होंने कहा कि मेरी पूरी संवेदना उन सभी परिवारों के साथ है जिन्होंने अपने बच्चे खोए हैं।
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