जम्मू और कश्मीर में हाथ लगी बड़ी सफलता, सेना के सेंटर के 40 में 28 छात्रों ने क्वालिफाई किया JEE
बुरहान वानी की मौत के बाद तमाम स्कूल और कॉलेज 100 से ज्यादा दिनों के लिए हिंसा के कारण बंद थे लेकिन सेंटर के परिणाम ने घाटी में सेना और आम जन के बीच बढ़ रही दूरियों को कम करने की एक कोशिश जरूर की है।
श्रीनगर। बीते एक साल से हिंसा और बंदूक की गोलियों के शिकार जम्मू और कश्मीर में भारतीय सेना के हाथ बड़ी सफलता लगी है।
यहां सेना की ओर से संचालित एक कोचिंग सेंटर जिसमें 40 छात्र छात्राएं ज्वाइंट एंट्रेस एग्जाम (जेईई) की प्रिपरेशन कर रहे थे उनमें से 28 ने इस बार के परिणाम में क्वालिफाई किया है।
राज्य की राजधानी श्रीनगर सैन्य परिसर में स्थित सुपर-40 नाम से संचालित इस सेंटर में 40 छात्र-छात्राओं की जेईई की पढ़ाई कराई जाती है। सेना ने इस कोचिंग सेंटर की शुरुआत साल 2013 में की थी।
28 छात्रों ने मारी बाजी
सेंटर फॉर सोशल रिस्पांसिबिलिटी एंड लर्निग (सीएसआरएल) और पेट्रोनेट एलएनजी की मदद से संचालित किए जा रहे इस सेंटर के जिन 28 विद्यार्थियों ने बाजी मारी है, उनमें हिंसा ग्रस्त दक्षिणी कश्मीर से 9, उत्तरी कश्मीर से 10, करगिल और लद्दाख क्षेत्र से 7 और जम्मू क्षेत्र से 2 विद्यार्थी शामिल है।
बता दें कि बीते साल जुलाई में हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के सेना और राज्य पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में मार गिराए जाने के बाद से रह रह कर जारी हिंसा और कर्फ्यू के बीच इस सेंटर का यह प्रदर्शन रहा है।
सेना के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने बताया कि इस साल क्वालिफाई करने वाले 28 विद्यार्थियों में से 26 लड़के और 2 लड़कियां शामिल हैं। इस बार सेना के इस सेंटर में छात्रों की सफलता 78 फीसदी रही है।
बढ़ेगी छात्रों की संख्या
इस प्रदर्शन से खुश होकर होकर सेना ने इस साल से 40 से बढ़कर 50 विद्यार्थियों को इस कोचिंग सेंटर में पढ़ाने का निर्णय लिया है। 10 विद्यार्थियों की बढाई गई संख्या में 5 छात्राएं भी शामिल होंगी। गौरतलब है कि सेना की ओर से यह सेंटर मुफ्त में चलाया जाता है।
जानकारी दी गई कि कश्मीर की पांच छात्राओं को दिल्ली में कोचिंग कराई गई थी, जिसमें से 2 ने क्वालिफाई किया है। बताया गया कि यह पहली बैच थी जिसमें कश्मीर की पांच छात्राओं को दिल्ली में कोचिंग कराई गई।
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