मुफ्ती का यू-टर्न, कहा कश्मीरी पंडितों के लिए नहीं बनेगी अलग बस्ती
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में भाजपा और पीडीपी ने मिलकर सरकार बनाई, लेकिन सरकार के दोनों अहम हिस्से हर मुद्दे पर एक दूसरे के विरोध में खड़े दिखाई देते है। ताजा मामला कश्मीरी पंडितों का है, जिसे लेकर जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने यू-टर्न लेते हुए साफ कर दिया है कि विस्थापित कश्मीरी पंडितों के लिए अलग से बस्ती नहीं बनाई जाएगी।
मुफ्ती मोहम्मद सईद जहां अगल बस्ती की मांग को नकार रहे हैं तो वहीं केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि इस मुद्दे पर केंद्र के नजरिए में कोई बदलाव नहीं आया है। अपने फैसले पर जोर डालते हुए सईद ने कहा कि उन्होंने गृह मंत्री राजनाथ सिंह को बताया था कि कश्मीरी पंडित घाटी में अलग से नहीं रह सकते और उन्हें एकसाथ रहना होगा।
अगल बस्ती की मांग को खारिज करते हुए मुफ्ती ने कहा कि जब कश्मीरी पंडितों के लिए शिविर बनाने की योजना थी, तब उनकी राय थी कि उनकी बस्तियां उनके पैतृक स्थानों पर होनी चाहिए। उन्होंने दावा किया है कि केवल 10 से 15 फीसदी विस्थापित कश्मीरी पंडित ही घाटी में लौटना पसंद करेंगे।