2010 के बाद इस साल मारे गए सबसे ज्यादा आतंकी, लेकिन जवानों की शहादत भी नहीं हुई कम
इंटेलिजेंस की रिपोर्ट के अनुसार बीते साल 8 जुलाई को हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से करीब 100 युवकों ने आतंक के रास्ते की ओर अपने कदम बढ़ाए हैं।
श्रीनगर। 2017 के शुरुआती दो महीनों में ही 26 सैनिक अपनी जान गंवा चुके हैं हालांकि सुरक्षा बलों ने भी आतंकियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। बीते 50 दिनों में 22 आतंकियों को मार गिराया गया है। 2010 के बाद से यह अब तक की सबसे ज्यादा संख्या है। बता दें कि एक अफसर समेत 20 सैन्य कर्मी घाटी में हिमस्खलन के दौरान शहीद हुए और अन्य 6 सैन्य कर्मा जवाबी कार्रवाई के वक्त शहीद हुए। सुरक्षा अधिकारियों ने जानकारी दी कि 22 आतंकी भी मारे गए हैं।
बीती 14 फरवरी को कुपवाडा जिले के हंदवाड़ा में ऑपरेशन को लीड कर रहे मेजर एस दहिया शहीद हो गए थे। इस ऑपरेशन में 3 आतंकी भी मार गिराए गए थे। वहीं इससे एक दिन पहले 13 फरवरी को 3 जवान बांदीपुरा जिले के हाजिन में आतंकियों से मुभेड़ के दौरान शहीद हो गए थे। हालांकि इस ऑपरेशन में भी एक आतंकी मारा गया था।
12 फरवरी को भी एक आतंकी मुठभेड़ हुई थी जिसमें दो जवान शहीद हुए थे। कुलगाम में शनिवार (11 जनवरी) की रात से एनकाउंटर शुरू हुआ था जो रविवार (12 जनवरी ) को जाकर खत्म हो पाया था। इस एनकाउंटर में चार आतंकवादी मारे गए थे। ये चारों आतंकी हिजबुल मुजाहिद्दीन और लश्कर-ए-तैयबा के थे। इस घटना में 1 नागरिक की भी मौत हो गई थी जिसके बाद इस इलाके में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे। इस साल 1 जनवरी के बाद से अब तक कश्मीर घाटी में करीब 50 ऑपरेशन किए जा चुके हैं। इनमें 16 ऑपरेशन ऐसे थे जिसमें 3 आतंकी गिरफ्तार किए गए और 22 को मार गिराया गया।
इस साल की शुरुआत में सुरक्षा बलों को आतंकियों के 40 मददगार गिरफ्तार किए गए। अधिकतर गिरफ्तारियां उत्तरी कश्मीर से हुई है। उत्तर कश्मीर में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि ये लोग आतंकियों के लिए ऊपरी स्तर पर काम करते हैं। ये उनके आंख और कान होते हैं। साथ ही ये कहीं हमला करने से पहले आतंकियों के लिए रेकी भी करते हैं। साथ ही छिपने और खाने का भी इंतजाम करते हैं।
अधिकारी ने कहा कि ये लोग सुरक्षा एजेंसियों की प्राथमिक सूची में नहीं है लेकिन इनकी गिरफ्तारी से आतंकियों को गंभीर रूप से पंगु कर देगा।
ये भी पढ़ें: सामान्य टिकट लेकर एसी कोच में सफर करते धरे गए शहाबुद्दीन