रियो डी जनेरियो| रेसलर साक्षी मलिक और शटलर पीवी सिंधु की कामयाबी की खुशी के बीच एक बेहद ही दुखद खबर आयी है जिसने इंडियन खेल प्रेमियों को बुरी तरह से हिलाकर रख दिया है। भारत के पहलवान नरसिंह यादव पर विश्व की सबसे बड़ी खेल अदालत-कोर्ट फॉर अर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (सीएएस) ने डोपिंग टेस्ट में पॉजीटिव पाये जाने पर उन पर 4 साल का बैन लगा दिया है।
मिलिए इतिहास रचने वाली पीवी सिंधु के 'द्रोणाचार्य' से
जिसके बाद नरसिंह के ओलंपिक सपने पर पानी फिर गया है। सीएस ने नरसिंह यादव को डोपिंग मामले में क्लीन चिट दिए जाने के खिलाफ वाडा की अपील को स्वीकार कर लिया है। आपको बता दें कि नरसिंह को राष्ट्रीय डोपिंग निरोधी एजेंसी (नाडा) ने क्लीन चिट दे दी थी जिसके बाद वो रियो के लिए रवाना हुए थे।
पहलवान नरसिंह यादव की बायोग्राफी
इस बारे में बात करते हुए नरसिंह यादव ने कहा कि इस फैसले से बहुत ज्यादा आहत हूं, सीएएस के फैसले ने मुझे तबाह कर दिया है। रियो में पदक जीतने का मेरा सपना छीन लिया गया है।
Devastated at decision of CAS. Dream of winning a medal at Rio has been snatched away: Wrestler #NarsinghYadav https://t.co/W9xSXxF6V9
— NDTV Sports (@Sports_NDTV) 19 August 2016
मेरा बच्चा पान तक नहीं खाता, उसे फंसाया गया है-बोले नरसिंह के भावुक पिता
आपको बता दें कि नरसिंह यादव के पास अपनी बेगुनाही का कोई सबूत नहीं है जिसके कारण सीएस ये मानने को तैयार नहीं है कि नरसिंह यादव के खिलाफ कोई साजिश रची गई है।
डोप टेस्ट में फेल होने पर सुसाइड करना चाहते थे नरसिंह यादव
गौरतलब है कि 25 जून और पांच जुलाई को लिए गए सैंपलों के आधार पर नाडा ने नरसिंह को डोपिंग टेस्ट का दोषी पाया गया था। लेकिन इसके बाद नाडा में इस केस की सुनवाई हुई और वहां से नरसिंह को क्लीन चिट मिली थी।
Court of Arbitration for Sport denies clearance to #NarsinghYadav ,given 4-year ban
— ANI (@ANI_news) 18 August 2016
लेकिन वाडा ने नाडा के खिलाफ सीएस का दरवाजा खटखटाया था कि आखिरकार डोप में फंसे एक खिलाड़ी के इस तरह कैसे क्लीन चिट दी जा सकती है, जबकि उसके पास पाक-साफ होने का कोई सबूत नहीं है। जिसके बाद सीएस ने मामले की सुनवाई करते हुए नरसिंह पर 4 साल का बैन लगा दिया।