बैंगलोर। सुनकर अजीब लगा ना..लेकिन दोस्तों यह बात पूरी तरह से सही है। दरअसल इस बार टीम में जितने प्लेयर विश्वकप के लिए सेलेक्ट हुए हैं उनके नाम में 'Kar'नहीं है। आपको बता दें कि साल 1975 से ऐसा कभी नहीं हुआ कि विश्वकप के लिए चनी गई टीम इंडिया में कोई 'Kar' ना हो।
आईये डालते हैं एक नजर विश्वकप और 'Kar' कनेक्शन पर..
1. 1975 के विश्वकप में टीम इंडिया में दो 'Kar' थे और वो थे सुनील गावस्कर और एकनाथ सोलकर (Sunil Gavaskar and Eknath Solkar)
2. 1979 के विश्वकप में भी टीम इंडिया में दो 'Kar' थे वो थे सुनील गावस्कर और दिलीप वेंगसरकर (Gavaskar and Vengsarkar)
3. 1983 के विश्वकप की टीम में भी दो 'Kar' थे वो थे सुनील गावस्कर और दिलीप वेंगसरकर ( Gavaskar and Vengsarkar), इंडिया ने पहली बार कपिल देव की कप्तानी में विश्वकप जीता था।
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4. 1987 के विश्वकप की टीम में तीन 'Kar' थे और वो थे मनोज प्रभाकर, सुनील गावस्कर और सुनील गावस्कर और दिलीप वेंगसरकर ( Manoj Prabhakar Gavaskar and Vengsarkar)
5. 1992 के के विश्वकप की टीम में तीन Kar' थे और वो थे मनोज प्रभाकर, संजय मांजरेकर और सचिन तेंदुलकर।( Manoj Prabhakar,Sanjay Manjrekar and Sachin Tendulkar)
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6. 1996 की विश्वकप की टीम में भी तीन Kar' थे और वो थे मनोज प्रभाकर, संजय मांजरेकर और सचिन तेंदुलकर।( Manoj Prabhakar,Sanjay Manjrekar and Sachin Tendulkar)
7. 1999, 2003 और 2007 की टीम में लगातर दो दो 'Kar' थे और वो थे सचिन तेंदुलकर और अजीत अगरकर( Ajit Agarkar and Sachin Tendulkar)
8. साल 2011 में टीम इंडिया में अकेले 'Kar' सचिन तेंदुलकर थे। इस साल भारत विश्वविजेता बना था।
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