नई दिल्ली। रियो ओलंपिक में किसी भी तरह के विवाद से केंद्रीय खेल मंत्री विजय गोयल ने इंकार किया है।
खेल मंत्री ने अपनी सफाई में कहा कि खुद उन्होंने या उनके प्रतिनिधिमंडल में से किसी ने भी रियो ओलंपिक से जुड़े स्टाफ के साथ कोई बदसलूकी नहीं की है। इस मामले में किसी ने कोई शिकायत भी दर्ज नहीं कराई है।
इससे पहले आयोजकों की ओर से खेल मंत्री विजय गोयल की मान्यता को रद्द करने की धमकी दी गई थी। जिसके बाद विजय गोयल ने अपनी प्रतिक्रिया दी।
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विजय गोयल ने कहा कि वह इस प्रतिष्ठित खेल आयोजन की अहमियत को बखूबी समझते हैं। उन्होंने और उनके प्रतिनिधिमंडल में शामिल लोग खेल गांव के नियम और शर्तों को समझते हैं। हमने आयोजकों द्वारा बताए गए सभी प्रोटोकॉल्स का पालन किया है, बावजूद इसके कहीं न कहीं कोई गलतफहमी हुई है जिससे ये विवाद हुआ है।
There seems to be some misunderstanding as we have followed all protocols as advised by the organizers. ( 2/2 )
— Vijay Goel (@VijayGoelBJP) August 11, 2016
खेल मंत्री विजय गोयल के मुताबिक मेरी जानकारी में हमने सभी नियम माने हैं और हमारा इरादा केवल भारतीय खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने का ही था।
To my knowledge, we have been following all rules & regulations. We are committed to the spirit of Olympics & back our Indian players. (1/2)
— Vijay Goel (@VijayGoelBJP) August 11, 2016
बता दें कि केंद्रीय मंत्री विजय गोयल खिलाड़ियों के साथ सेल्फी खिंचवाने को लेकर विवादों में आ गए। आयोजकों के मुताबिक खेल मंत्री प्रतिबंधित क्षेत्र में जाकर फोटो खिंचवा रहे हैं, जो कि नियमों के खिलाफ है। इस दौरान विजय गोयल अकेले नहीं होते हैं, साथ में उनके कई समर्थक भी होते हैं।
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इसी मुद्दे पर रियो आयोजन समिति की कॉन्टीनेंटल मैनेजर साराह पीटरसन ने भारत के खेल मंत्री के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए एक पत्र भारतीय दल के प्रमुख राकेश गुप्ता को भेजा था।
पत्र में कहा गया था कि हमें खेल मंत्री के खिलाफ कई शिकायतें मिली हैं जिसमें पता चला है कि वह उन जगहों में घुसने की कोशिश करते हैं जहां जाने की उन्हें मान्यता नहीं है।
साराह पीटरसन के पत्र में आगे कहा गया है कि खेल गांव में ऐसा व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर आगे भी ऐसी घटना होती है तो जरूरी कार्रवाई की जाएगी। हमारी प्रोटोकॉल टीम इन घटनाओं को देख रही है, अगर स्थिति में बदलाव नहीं आया तो भारतीय खेल मंत्री मान्यता भी रद्द की जा सकती है। उन्हें ओलंपिक खेल में दी जा जाने वाली सुविधाएं भी वापस ली जा सकती हैं।
इसी मामले पर विजय गोयल ने अपना पक्ष रखा। दूसरी ओर भारतीय दल के प्रमुख राकेश गुप्ता ने घटना को खास तवज्जो नहीं देने की बात कही है। उन्होंने कहा कि खेल मंत्री विजय गोयल की जिस तस्वीर को लेकर विवाद हो रहा है वह हॉकी खेल के मैदान का मामला है। हालांकि विजय गोयल खुद भारतीय हॉकी खिलाड़ियों के बीच नहीं गए थे बल्कि उन्हें वहां खिलाड़ियों की हौंसला बढ़ाने के लिए बुलाया गया था।