नई दिल्ली। रियो ओलंपिक में पानी और रिफ्रेशमेंट नहीं मिलने का आरोप लगाने वाली एथलीट ओपी जैशा के बयान पर खेल मंत्रालय गंभीर हुआ है।
मंत्रालय ने दो सदस्यीय समिति का गठन किया है जो जैशा के खुलासे की जांच करेगा।
मैराथन रनर ओपी जैशा ने रियो ओलंपिक के मैराथन रन में हिस्सा लिया और 89वां स्थान हासिल किया था। भारत लौटने पर उन्होंने एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के अधिकारियों और कोच पर गंभीर आरोप लगाए थे।
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उन्होंने कहा था कि अधिकारियों ने मैराथन रन के दौरान पानी की समुचित व्यवस्था नहीं की थी। मैराथन के दौरान भारतीय बूथों पर अधिकारी मौजूद नहीं थे। कहीं भी भारतीय झंडा नजर नहीं आ रहा था।
जैशा ने बताया था कि जहां दूसरे देशों के अधिकारियों ने अपने खिलाड़ियों के लिए हर ढाई किलोमीटर पर पानी और ग्लूकोज जैसी ताकत बढ़ाने वाली वस्तुएं मुहैया कराई थी, वहीं हमें आठ किलोमीटर पर पानी मिला। बिना पानी के मैराथन पूरी करना हमारे लिए मुश्किल भरा रहा और वह करीब 43 किमी. दौड़ने के बाद बेहोश हो गई।
जैशा ने बताया था कि उनकी हालत इसकदर बिगड़ गई कि करीब तीन घंटे बाद होश आया। उन्होंने अपना अनुभव बताते हुए कहा था कि मेरी मौत भी हो सकती थी।
हालांकि जैशा के आरोपों को फेडरेशन के अधिकारियों ने नकार दिया है। उन्होंने बताया कि ओपी जैशा ने खुद ही पानी लेने से मना किया था।
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अधिकारियों के मुताबिक इवेंट के एक दिन पहले जरूरी तैयारियों को लेकर चर्चा की गई थी जिसके एथलीट जैशा ने खुद इंकार किया था।
फिलहाल खेल मंत्रालय की ओर से एक प्रेस रिलीज जारी की गई है जिसमें बताया गया है कि केंद्रीय खेल राज्य मंत्री विजय गोयल ने पूरे मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय समिति का गठन किया है।
Sports Minister Vijay Goel constitutes two Member Committee to inquire into allegations of Marathoner #OPJaisha. To submit report in 7 days
— ANI (@ANI_news) August 23, 2016
खेल मंत्रालय के ज्वाइंट सेक्रेटरी ओंकार केडिया और डायरेक्टर विवेक नारायण के नेतृत्व में समिति ओपी जैशा के आरोपों की जांच करेगी। सात दिनों के भीतर ये समिति अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।