रियो डी जेनेरियो। ओलंपिक 2016 में भारत के लिए आज भी कोई पदक नहीं आया। हालांकि, कुछ उम्मीद जरूर बंधी है। इस उम्मीद को जगाया है दुनिया की पूर्व नंबर 1 बैडमिंटन महिला खिलाड़ी सायना नेहवाल और एक अन्य बैडमिंटन प्लेयर पीवी सिंधु ने। इन दोनों ने ही अपने-अपने मुकाबले जीतकर देश का नाम रौशन किया है। Twitter विवाद : शोभा डे ट्वीट मामले पर क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने मिलाए अभिनव बिंद्रा के सुर में सुर
सायना नेहवाल ने अपने शुरुआती मुकाबले में ब्राज़ील की ही लोहायन्नी विसेंटे को संघर्ष के बाद 21-17, 21-17 से हराया। सायना को पहला गेम जीतने में 20 तो वहीं दूसरा गेम जीतने में 19 मिनट का वक्त लगा।
वहीं पीवी सिंधु ने अपने मुकाबले को लगभग एकतरफा रखा। उन्होंने बेहद आसानी से 21-8, 21-9 के सेटों में मैच अपने नाम कर लिया। इसमें सिंधु के दमदार शॉट्स के आगे हंगरी की प्रतिद्वंदी टिक ही नहीं पाई।
भारतीय बैडमिंटन दल ने रियो ओलिंपिक में गुरुवार को अपने अभियान की शुरुआत महिला डबल्स के मुकाबले से की लेकिन उसे अपने पहले ही मुकाबले को गंवाना पड़ा। भारत की ज्वाला गट्टा और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी जापान की ए. ताकाशाशी और एम. माटसुटोमो के आगे नहीं टिक सकी।
उन्होंने भारतीय जोड़ी को 21-15, 21-10 से हरा दिया। दोनों ही भारतीय खिलाड़ी इस मुकाबले में जरा भी बेहतरीन नहीं खेल सके। Rio Olympics मुक्केबाजी : रियो ओलंपिक में भारतीय मुक्केबाज शिव थापा का नहीं लगा जीत पर पंच, हारे
वहीं पुरुष डबल्स में भी भारत के मनु अत्री और सुमित रेड्डी को अपना पहला ही मुकाबला गंवाना पड़ा। दोनों को इंडोनेशिया के मोहम्मद अहसान और सेतिवान हेंद्रा की जोड़ी ने 21-18, 21-13 से हरा दिया।