कोलकाता। भारत में क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले ईडन गार्डन में जांबाज रोहित शर्मा ने अपने बल्ले से ऐसी आग उगली जिसे देखकर केवल दर्शक ही नहीं बल्कि क्रिकेटर भी हैरान रह गये। हर किसी को लगा कि आतिशी बल्ले से रोहित रन नहीं अंगार उड़ेल रहे हैं। जहां रोहित के इस दोहरे शतकीय प्रहार से मीडिया रोहित का मुरीद हो गया है वहीं दूसरी ओर देश अपने इस होनहार बेटे पर इतरा रहा है।
सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर रोहित शर्मा के कसीदे पढ़े जा रहे हैं। आज की पीढ़ी जो सचिन और सहवाग के रिकार्डों के याद करती है वो 13 नवंबर 2014 के बाद रोहित का उदाहरण देने लगी है।
सबसे अचरज की बात यह है कि रोहित शर्मा को एक आर्टिस्ट प्लेयर कहा जाता है जो पिच पर आते ही चौंकों-छक्कों की बारिश नहीं करता है। उन्हें पिच पर सेट होने में समय लगता है और अगर एक बार वो सेट हो जायें तो फिर किसी गेंदबाज की हिम्मत नहीं जो उन्हें हल्के में आउट कर दें। यह वक्त ही है आज रोहित शर्मा केवल इंडिया में ही बल्कि विदेशी मीडिया में भी छाये हुए हैं। वो क्या है, कैसे खेलते हैं, राईट हैंड बैट्समैन है वगैरह वगैरह..यह सबकुछ आज मीडिया दिखा रहा है।
Thank you so very much for showering all your good wishes.
— Rohit Sharma (@ImRo45) November 13, 2014
लेकिन पिछले काफी वक्त से रोहित शर्मा अपने बैटिंग फार्म को लेकर आलोचना के घेरे में रहे हैं, कई बार उन्हें टीम में क्यों ढोया जा रहा है, या फिर उन्हें मुंबई से होने का फायदा मिल रहा है, जैसे आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा है लेकिन गॉड ऑफ इंडियन क्रिकेट यानी सचिन तेंदुलकर ने हमेशा ही रोहित की तारीफ की है और कहा है कि भारत के पास एक नायाब सितारा रोहित है जिसे समय देने की जरूरत है जिसके लिए सचिन पर भी पक्षपात का आरोप भी लगा था।
और शायद अपने आदर्श सचिन की बात को रोहित ने गंभीरता से लेते हुए ही श्रीलंका के खिलाफ वो कर दिखाया जो कि सचिन और वीरू भी नहीं कर पाये। रोहित शर्मा की दोहरी पारी इसलिए भी खास है क्योंकि उन्होंने दोहरा शतक बेहतरीन पिच और विश्व की अच्छी टीमों में शामिल श्रीलंका के खिलाफ ठोंका है। भारत के लिए गौरव की बात इसलिए है कि वन डे में जब भी दोहरे शतक अभी तक बने हैं वो दोहरे शतक भारतीय ने ही बनाया है।
अब तक केवल भारतीयों ने दोहरा शतक बनाया है वन डे में
आपको बता दें कि डबल सेंचुरी अभी तक सचिन तेंदुलकर (24 फरवरी 2010 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ), वीरेद्र सहवाग (आठ दिसंबर 2011 को वेस्टइंडीज के खिलाफ इंदौर में )औऱ रोहित शर्मा ने ही बनायी है। रोहित ने इससे पहले साल 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो नवंबर 2013 को बेंगलूरू में 209 रन बनाये थे।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो नवंबर 2013 को बेंगलूरू में 209 रन
निश्चित रूप से यह टीम इंडिया समेत पूरे भारत के लिए खुशी का मौका है। रोहित की इस शानदार पारी से उन लोगों की उम्मीदें फिर से बढ़ गईं हैं जिन्हें लगता है कि भारत विश्वकप 2015 पर कब्जा जमा सकता है।
गौरतलब है कि श्रीलंका के खिलाफ पांच दिवसीय वनडे सीरीज के चौथे वनडे में रोहित शर्मा ने श्रीलंका के खिलाफ 173 गेंदों में 264 रनों की पारी खेलकर अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय क्रिकेट की एक पारी में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए। रोहित ने अपनी पारी में 33 चौके और नौ छक्के लगाए।