रियो द जेनेरियो। रियो ओलंपिक के कवरेज के लिए वाशिंगटन पोस्ट ने रोबोट का इस्तेमाल करने का फैसला लिया है। ओलंपिक में चल रहे खेलों के सभी आंकड़ों और सूचनाओं की रिपोर्टिंग के लिए वाशिंगटन पोस्ट एक सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करेगा जिसे रोबोट रिपोर्टर नाम दिया गया है।
वाशिंगटन पोस्ट के लिए यह रोबोट रिपोर्टर लगातार आंकड़ों के साथ अपडेट देगा। इसके साथ ही इंसानी रिपोर्टरों की एक टीम इन आंकड़ों का विश्लेषण करेगी।
रिपोर्ट लिखेगा रोबोट
इस रोबोर्ट रिपोर्टर का नाम हेलियोग्राफ है जो स्पोर्ट्स डाटा कंपनी stats.com से खेलों के आंकड़े जुटाएगा और उसको भाषा में बदल देगा। ये अपडेट्स लगातार वाशिंगटन पोस्ट की वेबसाइट पर ये रोबोट रिपोर्टर लिखेगा।
पूरे रियो ओलंपिक के दौरान रोबोट की लिखी गई ऐसी रिपोर्टें वाशिंगटन पोस्ट के लाइव ब्लॉग के साथ साथ ट्विटर अकाउंट और फेसबुक पर भी पोस्ट की जाएंगी। इसका ऑडियो वर्जन अमेजन इको पर उपलब्ध होगा।
वाशिंगटन पोस्ट के जेरमी गिलबर्ट का कहना है कि लाइव ब्लॉग पर कम से कम 300 स्टोरीज और ट्विटर, अमेजन इको व फेसबुक पर 600 से ज्यादा अपडेट्स देने का लक्ष्य रखा गया है। लाइव ब्लॉग पर न सिर्फ रोबोट स्टोरीज अपडेट करेगा बल्कि इस पर खेल मैदान से रिपोर्टरों की भेजी खबरों को भी पोस्ट किया जाएगा।
देखिए रियो ओलंपिक 2016 ओपनिंग सेरेमनी से भारतीय एथलीट्स की बेस्ट तस्वीरें
इंसानी पत्रकार भी करेंगे अपना काम
गिलबर्ट ने यह भी जोड़ा कि रोबोट रिपोर्टर का इस्तेमाल पत्रकारों के काम को खत्म करने के लिए नहीं किया जा रहा है। हम तो और पत्रकारों की भर्ती कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि इंसान वो खबरें या कहानी कहें जिसे सिर्फ वही कह सकते हैं।
हेलियोग्राफ दो-तीन वाक्यों में ओलंपिक मेडल्स की खबरों के अपडेट्स लिखेगा। खेलों के दौरान लगातार कंपीटिशन के शेड्यूल, मेडल रिजल्ट्स और मेडल के हिसाब से देशों की रैंकिंग दिखाई जाएगी।
रोबोट रिपोर्टर की खबरों का संपादन और रिव्यू
गिलबर्ट ने यह भी बताया कि रोबोट जो रिपोर्ट लिखेगा उसे संपादित किया जा सकेगा। जो भी लाइव ब्लॉग पर पब्लिश होगा, उसे रिव्यू किया जाएगा।
रोबोट रिपोर्टर हेलियोग्राफ में डाटा की जांच के लिए सेफ्टी मेकेनिज्म भी है। सिस्टम, डाटा के विश्लेषण के दौरान कुछ भी गड़बड़ियां पाएगा तो उसे एडिटोरियल स्टाफ को सूचित करेगा।
वाशिंगटन पोस्ट के लिए यही रोबोट रिपोर्टर आने वाले राष्ट्रपति चुनाव को भी कवर करेगा।