नयी दिल्ली। रियो ओलिंपिक में भारत के खाते में देश की बेटियों ने पदक डाले हैं। पहलवान साक्षी मलिक के बाद शटलर क्वीन पीवी सिंधु ने देश के लिए सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। ओलंपिक में सिल्वर पदक हासिल करने वाली वो पहली भारतीय महिला एथलीट बन गईं है। सिंधु का ये सफर इतना आसान नहीं था। सिंधु के कोच पुलेला गोपीचंद ने इसके लिए अथक मेहनत की। उन्होंने बताया कि सिंधु के पास पिछले तीन महीने से कोई मोबाइल फोन नहीं था।
पिछले तीन महीने से सिंधु के पास न तो मोबाईल फोन थे और ना ही इंटरनेट। अब जबकी वो ओलंपिक पदक हासिल कर चुकी हैं तो आज मैं उसे मोबाइल वापस कर दूंगा। कोच ने बताया कि सिल्वर मेडल जीतने के बाद सिंधु ने सबसे पहले आइसक्रीम खाने की इच्छा जताई।
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कोच गोपीचंद ने बताया कि सिंधु का वजन न बढ़े इसके लिए वो उसकी प्लेट से खाना तक बाहर निकाल देते थे। उन्होंने सिंधु के चॉकलेट और हैदराबादी बिरयानी खाने पर भी पाबंदी लगा रखी थी। आपको बता दें कि सिंधु की जीत का श्रेय उनके कोच गोपीचंद को जाता है। सिंधु के पिता भी कह चुके हैं कि उनकी बेटी को पदक दिलाने के लिए गोपीचंद ने भी बराबर की मेहनत की है।