एडिलेड। ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध खेले गये पहले टेस्ट मैच में कंगारुओं की टीम का लॉयन यानी नेथन लॉयन आज शेर बन गया और उसके सामने सभी 11 भारतीय ढेर हो गये। मैच में भारत को 38 रनों से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। शर्मनाक इसलिये क्योंकि टीम इंडिया अगर सत्र के अंतिम 10 ओवर खेल लेती तो मैच ड्रॉ हो जाता। चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला में भारत 0-1 से पीछे हो गया है। दूसरा टेस्ट मैच 17 दिसम्बर से ब्रिस्बेन के गाबा क्रिकेट मैदान पर खेला जाएगा।
नेथन लॉयन ने पारी में 152 रन देकर 7 विकेट लिये। यह उनके करियर की श्रेष्ठ गेंदबाजी रही। लॉयन की वजह से मैच के पांचवें दिन शनिवार को जीत या फिर ड्रॉ के बेहद करीब पहुंची भारतीय टीम को हार झेलने पर मजबूर हो गई।
भारत के लिए कप्तान विराट कोहली ने 141 और मुरली विजय ने 99 रनों की शानदार पारियां खेलीं। तीसरे विकेट के लिए 185 रन जोड़ते हुए जीत के लिए हरसम्भव जमीन तैयार की लेकिन बाकी के खिलाड़ियों ने उनका साथ नहीं दिया।
विजय के आउट होने के बाद भारत ने अजिंक्य रहाणे (0), रोहित शर्मा (6) और रिद्धिमान साहा (13) के रूप में तीन विकेट सस्ते में गंवा दिए। जब तक कोहली मैदान में थे तब तक लग रहा था कि भारत आसानी से यह मैच जीत जायेगा। लेकिन 304 के कुल योग पर कोहली ने लॉयन की एक खराब गेंद को डीपमिडविकेट के ऊपर से उड़ाने का प्रयास किया और मिशेल मार्श के हाथों लपके गए। यहीं से भारतीय टीम लड़खड़ा गई। भारत की ओर से मोहम्मद समी ने 5 रन, वरुण एरॉन 1 और ईशंत शर्मा 1 रन बना सके।
मैच से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें