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ऑल-व्हाइट नियम को सख्ती से लागू करने के चलते पैट ने एक दिग्गज मीडिया हाउस से इंटरव्यू में कहा, 'कुछ महिला खिलाड़ियों को मैच से ऐन पहले ब्रा और टॉप बदलने के निर्देश दिए गए, क्योंकि उनके अंडरगारमेंट्स थोड़े रंगीन नजर आ रहे थे।
कैश ने बताया, 'एक खिलाड़ी को रेफरी के ऑफिस में केवल इसलिए बुलाया गया, क्योंकि उन्होंने नीले रंग की अंडरवियर पहन रखी थी। खेलते समय पसीना आने के कारण उसके अंत:वस्त्र का रंग बाहर झलकने लगा था। उसे रंगीन अंडरवियर नहीं पहनने की हिदायत दी गई।'
बीते सालों में सेरेना विलियम्स जैसी कुछ खिलाड़ियों द्वारा कोर्ट पर रंगीन अंडरगारमेंट पहन कर आने के चलते इस साल पूरी तरह सफेद कपड़े पहनने के नियम को सख्ती से लागू करने के लिए नए दिशानिर्देश लागू किए गए थे। नए दिशानिर्देश के तहत खिलाड़ियों को बस इतनी छूट दी गई कि वे अपनी ड्रेस पर रंगीन पट्टी लगवा सकते हैं,
विंबलडन के प्रवक्ता जॉन फ्रेंड का कहना है कि 'टूर्नामेंट के दौरान पूरे सफेद कपड़े पहनने के नियम पिछले साल ही लागू कर दिए गए थे। हैडबैंड पर केवल पतली रंगीन पट्टी दिलवाने की छूट दी गई थी। हालांकि इस नियम के सख्ती से पालन ना होने के कारण प्रशासन को सख्ती बरतनी पड़ी जो अब विवादों का विषय बन गई है।