कोलकाता। भारत के सफल कप्तानों में से एक सौरभ गांगुली ने अपने उस डर के बारे में लोगों से कहा जो उन्होंने इतने दिनों से अपने दिल के अंदर छुपा रखा था। गांगुली ने कहा कि मुझे ईडन गार्डन में शतक लगाने का डर हमेशा से ही रहता था, मुझे लगता था कि मैं कभी ईडन में शतक नहीं मार सकूंगा लेकिन आखिरकार पाकिस्तान के खिलाफ मैंने यहां अपना पहला शतक लगाया और मेरे दिल का डर खत्म हुआ।
मालूम हो कि भारत में क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले ईडन गार्डन में गांगुली ने एक दिसंबर, 2007 में पाकिस्तान के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में 102 रनों की पारी खेली थी जो कि गांगुली के गोल्डन करियर में से एक है, यहां आपको एक खास बात और बता देते हैं कि यही मैच गांगुली का ईडन में आखिरी मैच था।
ईडन में शतक लगाना था मेरा सबसे बड़ा डर
गांगुली ने ईडन में कुल आठ टेस्ट मैच और चार अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय मैच खेले जिसमें यह उनका एकमात्र शतक रहा। बंगाल के पूर्व खिलाड़ी राजू मुखर्जी की पुस्तक 'ईडन गार्डन्स-लीजेंड एंड रोमांस' के अनावरण के मौके पर गांगुली ने अपने दिल की बातें लोगों से कही। गांगुली ने कहा कि ईडन उनका हमेशा से पसंदीदा स्टेडियम रहा है और आस्ट्रेलिया के खिलाफ यहां मिली जीत को उन्होंने ईडन पर सबसे यागदार लम्हा बताया।
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