नयी दिल्ली। विश्व की सर्वोच्च महिला युगल खिलाड़ी सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना भी भारत के लिए पदक हासिल करने में नाकामियाब रहे हैं। सानिया और बोपन्ना की जोड़ी को टेनिस के मिश्रित युगल स्पर्धा के कांस्य पदक के लिए हुए प्लेऑफ मुकाबले में हार कर खेल से बाहर हो गई है। इस हार के साथ ही कांस्य पदक हासिल करने का मौका खत्म हो गया है। सानिया से पूछा मातृत्व को लेकर सवाल, मिला ऐसा जवाब की मांगनी पड़ी माफी
ओलिंपिक टेनिस सेंटर कोर्ट-1 में हुए इस मुकाबले में सानिया और बोपन्ना को चेक गणराज्य की लुसी ह्रादेका और राडेक स्टेपानेक की जोड़ी ने सीधे सेटों में 6-1, 7-5 से हराकर उन्हें पदक की रेस से बाहर कर दिया। इस हार के बाद सानिया भावुक हो गई। हार का दर्द उनकी आंखों से छलक उठा। पत्रकार के बात करते हुए सानिया ने कहा कि इस वक्त बोलना कठिन है, लेकिन हमें हार की स्वीकार करना होगा।
गीले आंखों के साथ सानिया ने कहा कि पता नहीं कि अगले 4 साल बाद आने वाला ओलंपिक मैं खेल भी पाऊंगी की नहीं। इस हार से मुझे साल 2004 में महेश भूपति और लिएंडर पेस की हार की याद दिला दी, जहां वो दोनों भी कास्यं पदक जीतने से चूक गए थे।