नई दिल्ली। इन दिनों हर बच्चे-बड़ों की जुबान पर एक ही एड है और वो है 'मौका-मौका'...जैसे ही इस एड का जिक्र होता है हर किसी के चेहरे पर एक मधुर मुस्कान फैल जाती है लेकिन क्या आप जानते हैं यह खूबसूरत और मस्त एड किसके दिमाग की उपज है।
तो चलिए हम आपको बताते हैं कि 'मौका-मौका' एड किसने बनाया है? तो सुनिए इस एड के जनक हैं जुजू बसु जो कि स्टार इंडिया में एडवर्टाइजिंग डिपार्टमेंट के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और क्रिएटिव हेड हैं।
'मौका-मौका' एड ने मचाई विज्ञापन की दुनिया में खलबली
जिन्होंने इस सुपरहिट एड के बारे में बात करते हुए कहा कि हमने सोचा कि क्रिकेट के लिए हम ऐसा एड बनाये जिसमें इमोशंस के साथ ही सच्चाई भी हो और जो सीधे लोगों के दिल पर दस्तक करें जिसे देखते ही आपके दिल में गुदगुदी हो। सौभाग्य से विश्वकप में पहला मैच भारत का पाकिस्तान से ही था इसलिए मैंने इसे क्रियेटिव बनाने के लिए ऐसा सीन तैयार किया जिससे दोनों देशों के लोगों को लगे कि एड में उनकी ही बात हो रही है।
'मौका-मौका' एड के जनक हैं जुजू बसु
वैसे भी दोनों देशों की क्रिकेट भिंड़त दोनों के लिए क्या मायने रखती है यह किसी को बताने की जरूरत नहीं है इसलिए हमने ड्राइंगरूम का सीन क्रियेट किया जो आम तौर पर आम लोगों के घर पर वैसे ही होता है जैसा कि एड में दिखाया गया है। दोनों ही देशों में सूफी गाने पसंद किये जाते हैं सो हमने उसका यूज किया और बाकी काम हमारी टीम इंडिया ने कर दिया और हम उसी फैक्ट के हिसाब से कड़ियों को जोड़ते जा रहे हैं।
लेकिन इस एड के हिट होने की सबसे बड़ा कारण पाकिस्तान को इसमें जोड़ना रहा है। इस एड के डायरेक्टर हैं सुरेश त्रिवेदी, निनाद चवन और इसके लिरिक्स लिखे हैं विकास दूबे ने जबकि इस एड के निर्माता हैं केतकी गुहागरकर।
एड के लिरिक्स लिखे हैं विकास दूबे ने
स्टार इंडिया का कहना है कि टीम इंडिया के प्रदर्शन के हिसाब से हम आगे की कहानी जोड़ेंगे फिलहाल अभी तो टीम इंडिया का सिक्का मैदान में चल रहा है इसलिए एड में हम अभी एक ही कान्सेप्ट पर चल रहे हैं अगर इंडिया किसी मैच में हारती है तब क्या होगा, इस बारे में अभी हम खुलासा नहीं कर सकते हैं। फिलहाल तो लोगों से गुंजारिश है कि वो मैच के साथ इस एड का लुत्फ लेते रहें।