नई दिल्ली 29 जून: पूर्व भारतीय क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद ने उन खबरों को झूठा करार दिया है कि जिसमें कहा गया था कि उन्होंने भारत के प्रमुख कोच के पद के लिए आवेदन किया है। खबर आई थी कि रवि शास्त्री, वीरेंद्र सहवाग, और लालचंद राजपूत के बाद टीम इंडिया के हेड कोच की दौड़ में एक और पूर्व क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद भी शामिल हो गए हैं। हालांकि प्रसाद ने इस तरह की खबरों को बेबुनियाद बताया है।
एक अंग्रेजी वेबसाइट से बातचीत में प्रसाद ने कहा है कि उन्होंने टीम इंडिया के कोच पद के लिए आवेदन नहीं दिया लेकिन वह असिस्टेंट कोच या बॉलिंग कोच के रोल के लिए इच्छुक हैं। प्रसाद ने कहा, "मैंने अपने इरादे साफ कर दिए हैं कि असिस्टेंट कोच या गेंदबाजी कोच की भूमिका निभाने के लिए पूरी तरह से तैयार हूं। उम्मीद करता हूं कि सीएसी इसको ध्यान में ले।"
आपको बता दें कि वेंकटेश प्रसाद ने पहले भी टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच के रूप में काम किया हैं। उन्होंने 2007 से 2009 तक टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच के रूप में काम किया था। एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर में कहा गया था कि वेंकटेश प्रसाद ने भी मुख्य कोच पद के लिए अपनी दावेदारी पेश की है।
प्रसाद ने भारत के लिए 33 टेस्ट और 162 एकदिवसीय मैच खेले हैं। वर्तमान में वह जूनियर भारत के मुख्य चयनकर्ता के रूप में काम कर रहे हैं और उनका तीन साल का कार्यकाल इस साल सितंबर में समाप्त होगा। आपको बता दें कि जब अनिल कुंबले टीम इंडिया के मुख्य कोच थे तब टीम में कोई गेंदबाजी कोच नहीं था।
टीम के बैटिंग कोच संजय बांगड़ और फील्डंग कोच आर. श्रीधर का अनुबंध मार्च 2017 में खत्म हो गया था लेकिन बीसीसीआई ने सपोर्ट स्टाफ के अनुबंध को चैंपियंस ट्रॉफी तक बढ़ाने का फैसला किया और बाद में इसे वेस्टइंडीज दौरे तक बढ़ा दिया।
लेकिन कुंबले के इस्तीफे के बाद सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली वाली क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी मुख्य कोच की सहायता के लिए एक गेंदबाजी कोच की भर्ती पर विचार कर सकती है।