1- वीरेंद्र सहवागः विस्फोटक बल्लेबाज और कमेंटेटर.....
इसमें कोई दौराय नहीं हैं कि सहवाग ने लोगों का क्रिकेट देखने का तरीका ही बदल दिया था। सहवाग जब मैदान पर उतरते थे तो लोग लंबे-लंबे छक्के देख क्रिकेट का लुफ्त उठाते थे। सहवाग ने ही टेस्ट मैच की बोरियत से लोगों को उबारा था और अपनी बल्लेबाजी कौशल से टेस्ट मैच को काफी हद तक वनडे में बदल देते थे। लेकिन इसके अलावा उन्हें कुंबले की तरह ही कोच का अनुभव नहीं है। सहवाग विस्फोटक बल्लेबाजी के अलावा इस समय कमेंटेटरी अच्छी कर रहे हैं। अपने कटाक्ष से लोगों को काफी हद तक हंसाने का काम कर रहे हैं। लेकिन एक सबसे बड़ी चुनौती सहवाग की ये है कि उन्हें गेंदबाजी का अनुभव नहीं है। भारतीय टीम बल्लेबाजी में दुनिया की सबसे ताकतवर टीम है। लेकिन गेंदबाजी उसके लिए हमेशा चिंता का विषय बनी रही। इसका एक नमूना हम चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के फाइनल में देख चुके हैं।
2- टॉम मूडी- हैदराबाद को आईपीएल में दिला चुके हैं
टॉम मूडी मजबूत नजर आ रहे हैं। आईपीएल में टॉम मूडी की सफलता हम देख ही चुके हैं। दरअसल 2016 का आईपीएल खिताब जीतने वाली सनराइजर्स हैदराबाद के कोच हैं टॉम मूडी। हैदराबाद की सक्सेज का क्रेडिट उन्हें जाता है। हालांकि ऑस्ट्रेलिया के टॉम मूडी पिछले कई सालों से भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच बनने के लिए आवेदन कर रहे हैं। उनका टीम मेंबर के साथ स्वभाव काफी शांत माना जाता है। पहली बार टॉम ने 2005 में आवेदन किया था तो उस वक्त आस्ट्रेलिया के ही कोच ग्रेग चैपल को यह पद सौंपा गया था। दूसरी बार 2016 में जब अप्लाई किया तो अनिल कुंबले को अधिक वरीयता दी गई।
3. लालचंद राजपूत: कोचिंग का अनुभव
एमएस धोनी के नेतृत्व में साल 2007 का पहला टी-20 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे थे। इसके अलावा राजपूत इंडिया अंडर-19 और इंडिया-ए को भी कोचिंग दे चुके हैं। इसके अलावा वे भारतीय क्रिकेट टीम के मैनेजर भी रह चुके हैं।
4- रिचर्ड पाइबस: राष्ट्रीय टीम को कोचिंग देने का अनुभव
रिचर्ड पाइबस ने भारतीय टीम के मुख्य कोच के लिए आवेदन किया है हालांकि इससे पहले भी वे पाकिस्तान और बांग्लादेश के मुख्य कोच रह चुके हैं। इसी साल जनवरी तक वे वेस्टइंडीज टीम के डायरेक्टर भी रहे। पाइबस के कोच रहते ही पाकिस्तान 1999 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची थी।
5- डोड्डा गणेश: बड़े अनुभव की कमी, राज्य स्तर की टीम का है अनुभव
भारत की ओर से 4 टेस्ट और एक वनडे खेल चुके डोड्डा गणेश के पास केवल 2012 से 2016 तक गोवा क्रिकेट टीम को कोचिंग देने का अनुभव है।