नई दिल्ली। राज्यस्तरीय क्रिकेटर सौरभ भांबरी को पुलिस ने धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। भांबरी पर आरोप है कि उसने क्रिकेट खिलाड़ी बनने का सपना देख रहे युवाओं से लाखों रुपये ठगे हैं। पुलिस को उसके बैंक खाते में लगभग 20 लाख रुपये मिले हैं। इस बैंक खाते को फ्रीज कर दिया गया है। आपको बता दें कि सौरभ भांबरी हापुड़ का रहने वाला है।
पुलिस उपायुक्त जी. रामगोपाल नाइक ने सौरभ भांबरी की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हापुड़ के रहने वाले ऋषभ त्यागी ने सौरभ भांवरी के बारे में अपराध शाखा को शिकायत दी थी। इसमें बताया था कि वह क्रिकेटर बनना चाहता था। कुछ वर्ष पहले सौरभ से दिल्ली में उसकी मुलाकात से हुई थी। सौरभ ने बताया कि वह एक कंपनी चलाता है, जो युवा खिलाड़ियों को विदेश में क्रिकेट खेलने का मौका दिलवाती है। सौरभ ने ऋषभ को आस्ट्रेलिया क्रिकेट एकेडमी के लीग मैचों में खेलने का लालच दिया और वीजा के लिए सात लाख रुपये मांगे थे।
ऋषभ ने सौरभ को सात लाख रुपये दे दिए, लेकिन कुछ समय बाद आस्ट्रेलिया दूतावास ने उसे वीजा देने से इनकार कर दिया। इसके बाद उसने सौरभ को रुपये लौटाने के लिए कहा, लेकिन उसने पैसे नहीं लौटाए। शिकायत के बाद अपराध शाखा के एसीपी ईश्वर सिंह की टीम ने सौरभ को पूछताछ के लिए बुलाया।
पूछताछ के बाद पुलिस ने भांबरी को गिरफ्तार कर लिया है। जिसके बाद पुलिस ने उसे अदालत में पेश किया और फिर तीन दिन की रिमांड पर भेज दिया। खबरों की मानें तो इस मामले में अभी और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक विजय हजारे ट्राफी, सी के नायडू ट्राफी, इंटर विश्वविद्यालय क्रिकेट टूर्नामेंट और इंग्लैंड में एक निजी क्लब के लिए खेलते हुए भांबरी ने 2009 में एक कंपनी बनाई थी। वह युवा क्रिकेटरों को खेलना सिखाता था। उसने बरेली प्रीमियर लीग नाम से टूर्नामेंट भी आयोजित किया था। भांबरी के खिलाफ शिकायत करने वाले चार लोग सामने आए हैं। इनसे दो लाख रुपये से लेकर सात लाख रुपये तक ठगे गए हैं।