भोपाल। भारत रत्न सचिन तेंदुलकर के लिए टीवी एड करना मुश्किल खड़ा कर सकता है। सचिन को भारत रत्न दिये जाने के बाद टीवी एड करने के खिलाफ मध्य प्रदेश में एक पीआईएल दाखिल की गयी है।
इस पीआईएल के बाद कोर्ट ने एसिस्टैंट सॉलिसिटर जनरल को निर्देश दिये हैं कि इस मामले में अपना जवाब दायर करें कि क्या इस तरह की कोई गाइडलाइन है कि भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति टीवी एड नहीं कर सकता है। कोर्ट ने इसक लिए एक हफ्ते का वक्त दिया है
पीआईएल में सचिन तेंदुलकर पर भारत रत्न सम्मान का दुरउपयोग करने का आरोप लगाया गया है। भोपाल के वीके नस्वास ने पीआईएल कोर्ट से अपील की है कि सचिन तेंदुलकर पर टीवी एड करने पर रोक लगायी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा संभव नहीं है तो उनसे भारत रत्न वापस लिया जाना चाहिए।
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नस्वास का कहना है कि भारत रत्न सम्मान का व्यवसायिक विज्ञापनों का प्रचार करने से अपमान होता है। यह पहली बार नहीं है जब सचिन को ऐसी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। इससे पहले भी मुंबई की एक एनजीओ ने उनसे टीवी एड नहीं करने की अपी की थी।
गौरतलब है कि सचिन तेंदुलकर मौजूदा समय में कुल 12 उत्पादों का प्रचार करते हैं। जिनमें से कुछ अहम उत्पाद अवीवा लाइफ इंश्योरेंस, ल्युमिनस, बूस्ट आदि हैं। सचिन ने नवंबर 2013 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास ले लिया था।