लखनऊ। टीम इंडिया के मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के नाम कितने रिकॉर्ड है इसकी गिनती करना शायद ही मुमकिन हो, 24 साल के अपने क्रिकेट के कैरियर में सचिन ने कई ऐसे रिकॉर्ड बनाए हैं जिनके पास भी पहुंचना मुश्किल है। सचिन तेंदुलकर ने कई ऐसी विषम परिस्थितियों में बल्लेबाजी की है जिसने उन्हें टीम इंडिया का सबसे महान बल्लेबाज बनाया है, लेकिन कई ऐसे मौके भी आए हैं सचिन तेंदुलकर ने चोट के बावजूद मैदान पर डटे रहे।
वीरेन्द्र सहवाग ने जब सचिन तेंदुलकर का उड़ाया मज़ाक
गेंदबाजों के लिए सचिन तेंदुलकर को गेंदबाजी करना हमेशा से ही चुनौती रहा है, कई गेंदबाज तो उन्हें गेंद डालने के नाम से ही घबराते थे, ऐसे में शायद ही ऐसा कोई मौका हो जब सचिन तेंदुलकर को मैदान पर डर लगा हो। हिंदुस्तान टाइम्स के एक कार्यक्रम के दौरान एक मैच का जिक्र करते हुए सचिन तेंदुलकर ने कहा कि वह शारीरिक रूप से अनफिट नहीं थे लेकिन पिच पर दौड़ना उनके लिए टॉर्चर से कम नहीं था।
सचिन ने बताया कि एक बार गेंदबाज ने बाउंसर फेंकी और वह मेरी पसलियों पर आकर लगी थी। लेकिन मैंने गेंदबाज को महसूस नहीं होने दिया था कि मुझे चोट लगी है, गेंदबाज मुझे डराने के लिए मुझे देखने लगा लेकिन मैंने भी उसकी आंखों में उसे देखना शुरु कर दिया मैंने हथियार नहीं डाले।
तेंदुलकर ने बताया कि उनको इस मैच में कितनी बुरी तरह से चोट लगी थी, उन्होंने बताया कि उस गेंद ने मेरी पसलियों को तोड़ दिया था, मेरी पसली पर खून का धब्बा बन गया था। बाद में तीन महीने बाद जब मैंने रूटीन मेडिकल चेकअप कराया तो पता चला कि पसली में फ्रैक्चर है।
सचिन ने बताया कि अब लोगों में फिटनेस को लेकर काफी सजगता आ गयी है, बिना फिटने के टीम में जगह बनाना बेहद मुश्किल है। मौजूदा टीम काफी फिट है जिसके चलते वह नंबर एक पर पहुंच हैं।