मुंबई। इंडियन प्रीमियर लीग के मैच में मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा ने 50 रनो की शानदार पारी खेली। इस पारी के साथ वो हीरो बन गये, लेकिन जब सामना चेन्नई के शेरों से हुआ, तो यही रोहित जीरो बन गये। सच पूछिए तो रोहित शर्मा के कारण ही मुंबई इंडियंस शेरों का शिकार हो गये।
ड्वायन स्मिथ (62) और ब्रेंडन मैक्लम (46) की 109 रनों की साझेदारी की बदौलत चेन्नई ने छह विकेट से जीत दर्ज की। अगर मैदान पर मुंबई के क्षेत्र रक्षण और गेंदबाजी पर बात करें, तो इस हार की वजह रोहित की खरब कप्तानी रही। रोहित न तो ठीक ढ़ग से फील्डिंग सेट कर पाये और न ही सही समय पर गेंदबाजी से अटैक कर पाये। इसे खराब कप्तानी ही कहेंगे कि 20 ओवरों के इस खेल में हर दूसरे-तीसरे ओवर में गेंदबाज बदले गये। जो गेंदबाज पिटा, उसे तुरंत किनारे कर दिया।
बात अगर फील्डिंग की करें, तो जिस वक्त ब्रेंडन मैक्लम और स्मिथ के बल्ले हवा से बाते कर रहे थे, तब एक गेंद के पीछे तीन-तीन खिलाड़ी भागते दिखाई दिये। यही नहीं कई बार तो एक गेंद के पीछे चार-चार खिलाड़ी भागते दिखे।
कप्तान रोहित या रिकी पोंटिंग?
मैच के बीच में स्ट्रैटेजिक टाइम आउट हुआ तो टीम के संग बातचीत करने के बजाये रोहित शर्मा शांत खड़े नजर आये। क्योंकि टीम को हड़काते हुए गाइड करने मैदान पर रिकी पोंटिंग पहुंचे थे। पोंटिंग कई बार खिलाड़ियों पर बरसते नजर आये। इससे साफ था कि रोहित मजह एक मोहरे के रूप में मैदान पर थे, न कि कप्तान के रूप में। यही नहीं कई बार सचिन तेंदुलकर गेंदबाजों को गाइड करते नजर आये, जबकि यह काम रोहित को करना चाहिये। खैर इस चौथी हार से भी अगर रोहित शर्मा सबक नहीं लेंगे, तो जल्द ही उन्हें कप्तान पद से हटाये जाने की आशंका प्रबल हो जायेगी।
मैच से जुड़ी कुछ खस बातें-