मैं इस पल को जीना चाहता हूं
रोहित ने कहा कि पहली बात तो यह कि यह मेरे लिए काफी सम्मान की बात है कि मुझे टीम का उपकप्तान बनाया गया है, मैंने जब 10 साल पहले खेलना शुरू किया था तो मैं सिर्फ भारत के लिए लिए खेलने के बारे में सोचता था, लेकिन अब टीम का उपकप्तान बनने के बाद यह काफी अच्छा महसूस हो रहा है। यह सम्मान की बात है जब भी मौका आए, अपनी जिम्मेदारी को निभाने की पूरी कोशिश करुंगा। मैं बहुत कुछ नहीं सोच रहा हूं, मैं इस पल को जीना चाहता हूं।
आईपीएल और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट बिल्कुल अलग
रोहित शर्मा मुंबई इंडियंस टीम के कप्तान भी हैं, पिछले तीन सीजन से वह टीम की अगुवाई कर रहे हैं। वहीं जब आईपीएल के अनुभव और वनडे टीम के उपकप्तान की तुलना के बारे में उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह आईपीएल से पूरी तरह से अलग है। जब आप अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलते हैं तो यह आईपीएल से काफी अलग है, लेकिन दोनों ही प्रारूप में उर्जा और उत्साह एक जैसा होता है।
कब 10 साल गुजर गए पता नहीं चला
अपने क्रिकेट के अनुभव के बारे में बात करते हुए रोहित शर्मा ने कहा कि कब दस साल गुजर गए पता ही नहीं चला, यह समय काफी तेजी से गुजरा है, हालांकि इसमें काफी उतार चढ़ाव थे, लेकिन फिर हमें यह समझना होगा कि यह खेल है और यह ऐसा ही होना चाहिए, आप उतार चढ़ाव से काफी कुछ सीखते हैं। मैंने हमेशा से ही इस पल का इंतजार किया है, मैं हमेशा से ही भारत के लिए खेलना चाहता था, पिछले 10 से पहले मैंने कभी नहीं सोचा था कि एक दिन मैं भारत के लिए खेलुंगा।
हर रोज कुछ नया सीखता हूं
अपने स्कूल के दिनों का जिक्र करते हुए रोहित ने कहा कि मैं अपने खेल का लुत्फ उठा रहा था, मैं स्कूल के लिए क्रिकेट खेलता था, जब मैंने रणजी खेलना शुरू किया तो मैंने यह महसूस किया था कि मुझे क्रिकेट में ही आगे जाना है, लेकिन जब मेरा चयन भारतीय टीम में हुआ तो उसके बाद मैंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। अब मैं लसिथ मलिंगा जैसे गेंदबाज के सामने स्वीप और रिवर्स स्वीप खेलता हूं, मैंने काफी कुछ सीखा है, हर रोज जब आप मैदान में उतरते हैं आप कुछ नया सीखते हैं।