नई दिल्ली। टीम इंडिया के कोच नहीं बन पाने पर रवि शास्त्री ने बीसीसीआई से नाराजगी जताते हुए अनिल कुंबले को बधाई दी है। रवि शास्त्री बीसीसीआई के फैसले से खुश नजर नहीं आ रहे हैं। रवि शास्त्री ने कहा कि जो मैंने काम किया और पिछले 18 महीनों में जो नतीजे सामने आये।
कुंबले नहीं थे टीम इंडिया के कोच के लिए बीसीसीआई की पहली पसंद
उन्होंने कहा कि अगर ये सब सिर्फ एक साल के लिए था तो मैं इससे खुश नहीं हूं। रवि शास्त्री ने टीम इंडिया के कोच के लिए खुद को कमेंट्री बॉक्स से दूर रखा था। वह 2014 में टीम के डायरेक्टर बने थे जब डंकन फ्लेचर का कार्यकाल खत्म हुआ था।
टीम इंडिया का हेड कोच नहीं बन पाने के बाद शास्त्री ने कहा कि समय आ गया है वह करने का जो मैं सबसे अच्छा करता हूं, युवा टीम के साथ काम करने का अनुभव शानदार था। भारतीय टीम रवि शास्त्री के कार्यकाल में टीम दो विश्वकप के सेमीफाइनल में पहुंची और 22 साल के बाद श्रीलंका में टेस्ट सीरीज जीती।
जानें टीम इंडिया के कोच अनिल कुंबले के शानदार रिकॉर्ड्स
रवि शास्त्री के अलावा टीम इंडिया के कोच के पद के लिए कुल 57 लोगों ने आवेदन किया था, लेकिन अनिल कुंबले के इस रेस में आने के बाद उनकी दावेदारी को बड़ी चुनौती मिली थी। खबरों की मानें तो कुंबले के समर्थन में सबसे पहले सौरव गांगुली आये और बाद में सचिन और लक्ष्मण ने भी उन्हें अपना समर्थन दिया। गांगुली बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं ऐसे में बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर को उन्हें दरकिनार करना मुश्किल था।