राजकोट। 2013 में 14 साल की उम्र में मुंबई में स्कूल मैच में 546 रन का स्कोर बनाकर सुर्खियों में आने वाले बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने अपने पहले रणजी मैच में भी कमाल कर दिया है। 17 साल के शॉ पहले रणजी मैच में शतक मारने वाले चुनिंदा खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल हो गए हैं। अभी तक मुंबई के 13 खिलाड़ियों ने अपने पहले रणजी मैच में शतक बनाया है। इनमें सचिन तेंदुलकर भी शामिल हैं। पहले ही मैच में शतक जमा कर पृथ्वी शॉ भी सचिन के क्लब में शामिल हो गए हैं। वो ऐसा करने वाले मुंबई के 14वें क्रिकेटर हैं।
राजकोट में खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी 2016-17 सीजन के पहले सेमीफाइनल में गत-विजेता मुंबई ने गुरूवार को तमिलनाडु को 6 विकेट से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। डेब्यू कर रहे शॉ ने मैच की दूसरी पारी में 175 बॉल में 120 रन की पारी खेली। जिसमें 13 चौके और एक छक्का शामिल है। इस पारी के लिए शॉ को मैन ऑफ द मैच का खिताब भी मिला है। हालांकि वो 99 रन के स्कोर पर उस समय भाग्यशाली रहे जब वो विजय शंकर की गेंद पर आऊट हो गए लेकिन ये नोबॉल होने की वजह से उनको जीवनदान मिला।
शॉ के शतक की मदद से जीत हासिल करने वाली मुंबई 10 जनवरी से गुजरात के खिलाफ फाइनल में खेलेगी। फाइनल इंदौर में खेला जएगा। गुजरात ने दूसरे सेमीफाइनल में झारखंड को 123 रनों से हराकर फाइनल में प्रवेश किया है। तमिलनाडु ने दूसरी पारी में 356/6 के स्कोर पर अपनी पारी घोषित करके मुंबई के सामने जीत के लिए 251 रनों का लक्ष्य रखा था। अपना पहला रणजी मैच खेल रहे पृथ्वी शॉ ने तमिलनाडु की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। पहले विकेट के लिए उन्होंने प्रफुल वाघेला के साथ 90 रनों की साझेदारी की। इसके बाद दूसरे विकेट के लिए भी उन्होंने श्रेयस अय्यर के साथ 91 रन जोड़े और मुंबई के लिए जीत की राह आसान कर दी। जब शॉ शतक पूरा कर आऊट हुए तब मुंबई जीत से सिर्फ 10 रन दूर थी, जो टीम ने आसानी से बना लिए। मुंबई की टीम ने 63वें ओवर में 6 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। मुंबई 46वीं बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची है, उसकी निगाहें 42वीं ट्रॉफी पर है जबकि दूसरी बार फाइनल में पहुंची गुजरात पहली बार रणजी ट्रॉफी जीतने की कोशिश करेगी।
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