ऑस्ट्रेलिया को सात मैच के बाद मिली जीत
ऑस्ट्रेलिया को इससे पहले 7 लगातार टेस्ट में हार का सामना करना पड़ा था। उन्होंने अपना आख़िरी टेस्ट साल 2004 में नागपुर में जीता था जिसके बाद खेले 11 टेस्ट मैच में से 7 में हार 4 ड्रा हुए थे। इस जीत से पहले एशियाई दौरे पर इस टीम को 9 लगातार हार का सामना करना पड़ा था. पुणे टेस्ट में 333 रनों से मिली हार भारत की घरेलू मैदान पर दूसरी सबसे बड़ी और चौथी ओवरऑल हार है. टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के हाथों 2004-05 में नागपुर टेस्ट मैच में 342 रनों से पराजय का सामना करना पड़ा था।
50 साल बाद टीम इंडिया का सबसे कम स्कोर
टीम इंडिया ने पुणे टेस्ट की दोनों पारियों को मिलाकर कुल 212 रन बनाए। पहली पारी में 105 और दूसरी में 107। कुल 20 विकेट खोकर 50 साल बाद टीम इंडिया ने घरेलू मैदान पर टेस्ट में अपना सबसे कम स्कोर बनाया। इससे पहले टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1956-57 में ईडन गार्डन्स के मैदान पर सबसे कम 272 रन बनाए थे।
74 ओवर में दो बार आउट हुई टेस्ट की बेस्ट टीम
पुणे टेस्ट में टीम इंडिया महज 444 गेंदों (74 ओवर) में दो बार आउट हुई. भारत का घरेलू मैदान पर यह सबसे कम गेंद खेलकर दो बार पूरी टीम के आउट होने का रिकॉर्ड है. इससे पहले भारत ने 2004-05 में इसी टीम के खिलाफ सबसे कम गेंद खेलकर वानखेड़े में टेस्ट मैच जीता था। ऑस्ट्रेलिया के लिए महज अपना पांचवां टेस्ट खेल रहे ओकीफ दूसरे ऐसे गेंदबाज हैं जिन्होंने 70 रन देकर 12 विकेट झटके। इससे पहले इयान बॉथम ने 1979-80 में वानखेड़े में 106 रन देकर 13 विकेट लिया था। कंगारू गेंदबाज एलन डेविडसन ने 1959-60 में 124 रन खर्च कर 12 सफलताएं अर्जित की थी। ओकीफ ने इन्हें पीछे छोड़ दिया।
13 खिलाड़ी नहीं छू पाए दहाई का आंकड़ा
पुणे टेस्ट मैच में 13 भारतीय बल्लेबाज दहाई का भी आंकड़ा नहीं छू पाए, लोकेश राहुल और अजिंक्य रहाणे ही ऐसे खिलाड़ी थे जिन्होंने दोनों पारियों में दहाई का आंकड़ा छूआ। इस मैच में 13 खिलाड़ी Lbw आउट हुए जो भारतीय घरेलू मैदान दूसरा सबसे बेस्ट है। हाल में ही ईडन गार्डन्स के मैदान पर 15 खिलाड़ी Lbw हुए थे जो भारतीय सरजमीं पर एक टेस्ट में सबसे अधिक पगबाधा का रिकॉर्ड है।
ओकीफ 100 साल में सबसे कम रन देकर 12 विकेट लेने वाले दूसरे बॉलर
वेलिंगटन में कर्टनी वाल्श ने 1995 में महज 55 रन देकर 13 विकेट लेने का कारनामा किया था वहीं स्टीव ओकीफ ने पुणे टेस्ट में महज 70 रन देकर 12 विकेट लेने का कारनामा किया है। पिछले 100 सालों में वो दूसरे ऐसे गेंदबाज हैं जिन्होंने इतनी किफायती गेंदबाजी कर यह कारनामा अपने नाम किया और पांचवें सबसे सफल गेंदबाज हैं।
विराट के एक टेस्ट में सबसे कम रन
विराट कोहली ने अपने टेस्ट करियर में एक मैच में सबसे कम रन (13) बनाए। यह उनका किसी भी टेस्ट मैच की दो पारियों में सबसे कम स्कोर है। इससे पहले उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 2012-13 में दो पारियों में 26 रन बनाए थे जो भारत की घरेलू मैदान पर आखिरी हार थी।
स्टीव स्मिथ जिन्हें आउट करने वाली गेंदों की खोज टीम इंडिया ने अब तक नहीं की है. उन्होंने पिछले 5 टेस्ट मैचों में टीम इंडिया के खिलाफ लगातार 5 सैंकड़ा जड़ा है, इससे पहले ऑस्ट्रेलिया में खेली गई बॉर्डर-गवास्कर ट्रॉफी के चार टेस्ट मे उन्होंने चार शतक जड़ा था। वो आठवें ऐसे कंगारू कप्तान हैं जिन्होंने टीम इंडिया के खिलाफ भारत में शतक जड़ा है।