टॉस जीतकर पहले बॉलिंग करना...
कप्तान विराट कोहली ने जब टॉस जीतकर पहले बॉलिंग करने का फैसला किया, तभी क्रिकेट के जानकारों को झटका लगा था। सभी जानते हैं कि पाकिस्तान की बैटिंग कमजोर और भारत की बल्लेबाजी मजबूत है, ऐसे में कोहली को पहले बैटिंग करके तगड़ा टारगेट पाकिस्तान को देना चाहिए था लेकिन कोहली ने वैसा नहीं किया और पाकिस्तान को पहले बल्लेबाजी देकर उनकी मुंह मांगी मुराद पूरी कर दी।
अश्विन को टीम में क्यों लिया?
पाकिस्तान के खिलाफ पहले मैच में भारत की टीम में उमेश यादव थे और उन्होंने शानदार खेल का भी परिचय दिया था लेकिन रविवार के फाइनल में अश्विन को उनकी जगह लेने का क्या मतलब था, पाकिस्तान की टीम स्पिनर की बहुत पिटाई करती है ये बात कोहली भी जानते हैं, फिर अश्विन को क्या सोचकर कोहली ने फाइनल में रखा।
जडेजा पर इतनी मेहरबानी क्यों?
प्लेऑफ में अश्विन को गेंद पकड़ाने वाले कोहली ने जब देख लिया कि वो दो ओवरों में ही पिट गए हैं तो उनसे पूरा ओवर करवाने की क्या जरूरत थी, और तो और रविंद्र जडेजा की फिरकी और बल्ला दोनों ही नाकाम थे तो ऐसे में उन्हें टीम में जगह क्यों मिली थी? टीम में दो स्पिनर क्यों थे?
केदार जाधव
क्या सोचकर केदार के हाथ में कोहली ने बॉल पकड़ाई वो भी तब, जब भारत को अहम विकटों की दरकार थी, जिस मैच में केदार चले थे, वो बांग्लादेश का मैच था और बांग्लादेश से पाकिस्तान कहीं बेहतर है, ये बात आम इंसान को समझ में आ रही थी तो फिर कोहली को क्यों नहीं समझ आई?
जसप्रीत बुमराह
रविवार के मैच में टीम इंडिया का क्षेत्ररक्षण भी बहुत खराब रहा, जसप्रीत बुमराह की नो बॉल ने टीम इंडिया की सारी गणित को बिगाड़ कर रख दिया। लेकिन बुमराह डेथ ओवर के मास्टर हैं, तो उनसे कोहली ने पूरे ओवर क्यों नहीं कराए?
स्विंग के आगे कमजोर कोहली
जब पाकिस्तान ने पहाड़ जैसा स्कोर भारत को दिया तो कोहली से एक सॉलिड बैटिंग की दरकार थी, आखिर क्यों वनडे और टी 20 के बेताज बादशाह कहे जाने वाले विराट कोहली एक स्विंग बॉल पर बैट गंवा बैठे, आखिर इन सवालों का जवाब कौन देगा, जब टीम जीतती है तो कोहली के सिर सेहरा बंधता है लेकिन अगर आज टीम हारी है तो क्या कोहली को इन सवालों का जवाब नहीं देना चाहिए? इस बारे में आप लोगों का क्या कहना है, अपनी राय जरूर दीजिए।