नई दिल्ली। जिस तरह से पिछले कुछ समय में क्रिकेट का स्वरूप बदला है उसकी वजह से विकेट के पीछे विकेट कीपर की मुश्किलें भी काफी बढ़ गई हैं। ऐसे में विकेटकीपरों की सुरक्षा को देखते हुए मेर्लबन क्रिकेट क्लब एमसीसी ने नई तकनीक का इस्तेमाल करने का फैसला लिया है। इसके लिए बकायदा नियमों में बदलाव का फैसला लिया गया है। एमसीसी ने विकेट कीपर्स को टीथर वाल बेल को इस्तेमाल करने की मंजूरी दे दी है, इस नए नियम के बाद विकेट कीपर्स अब खुद को अधिक सुरक्षित कर सकते हैं। इस नियम के तहत अब विकेट कीपर टीथर बेल को स्टंप से बाध सकते हैं, इसके बाद विकेट पर गेंद लगने के बाद बेल अब उछलेंगी नहीं और वह विकेट से बंधी रहेगी। ऐसे में बेल उछलने के बाद विकेट कीपर को लगने का खतरा रहता था। नए नियम के आने के बाद विकेट कीपर्स को विकेट की गिल्ली नहीं लगेगी, इस नियम को लागू करने के लिए अक्टूबर का समय दिया गया है। हालांकि मैच के दौरान इसके इस्तेमाल पर अधिकारियों और संस्था को अंतिम फैसला लेना होगा और अंतिम फैसले यही अधिकारी लेंगे कि विकेट पर टीथर वाली बेल का इस्तेमाल हो सकता है या नहीं। एमसीसी के नए निमय 8.3 में बदलाव के बाद टीथर बेल का इस्तेमाल किया जा सकता है, इसके लिए दक्षिण अफ्रीका और ब्रिटेन की कंपनियों ने अपने खाका प्रस्तुत कर दिया है, इसके डिजायन को भी तैयार कर लिया गया है और इसे एमसीसी को सौंप दिया गया है। यहां गौर करने वाली बात यह है कि अगर कोई खिलाड़ी अंपायर के साथ दुर्व्यवहार करता है तो विरोधी टीम को पांच पेनाल्टी प्वाइंट दिया जाएगा।