पोर्ट ऑफ स्पेन, 22 जून: वेस्टइंडीज दौरे पर गई भारतीय टीम के पास हासिल करने के लिए बहुत कुछ होगा। कप्तान-कोच विवाद को भुलाकर भारतीय टीम पाकिस्तान के हाथों चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में मिली हार को भुलाने के लिए जीत के इरादे से मैदान में उतरेगी।
विडंबना ही है कि यही कैरेबियाई द्वीप समूह था जहां से अनिल कुंबले की मुख्य राष्ट्रीय कोच के रूप में यात्रा शुरू हुई थी, लेकिन एक साल के भीतर टीम अपने कोच के बिना वापस फिर उसी जगह मुकाबले के लिए आ गई है।
गौतरतलब है कि कप्तान कोहली चैंपियंस ट्रॉफी में अपनी परफॉर्मेंस से ज्यादा कोच कुंबले से विवादों के चलते सुर्खियों में रहे थे। अब ऐसे में विराट कोहली को खुद को साबित करने का मौका है। वेस्टइंडीज की टीम और भारत के बीच तुलना करना उचित नहीं होगा। वेस्टइंडीज की टीम अभी हाल ही में अफगानिस्तान की टीम के सामने संघर्ष करती नजर आई थी। हालांकि कैरेबियाई टीम हमेशा से ही अपने विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए जानी जाती रही है। इसलिए कोहली की अगुआई वाली भारतीय टीम की गेंदबाजी की परीक्षा होना संभव है।
पांच मैचों की वनडे सीरीज और एक टी20 में बड़ी जीत कोहली के लिए विवादों के उबरने का काम कर सकती है। कोहली के लिए ये एक ऐसा अवसर होगा जब टीम चयन में पूर्ण स्वतंत्रता मिलेगी क्योंकि बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ किसी भी तरह का ठोस इनपुट देने से बचते रहे हैं, क्योंकि टीम के वरिष्ठ खिलाड़ियों को सेफ मानकर उन्हें मौका देने के पक्ष में रहे हैं। वेस्टइंडीज की टीम किसी भी तरह हाल ही में अफगानिस्तान के साथ वनडे सीरीज 1-1 से ड्रा कराने में कामयाब रही। वेस्टइंडीज की टीम में कप्तान जैसन होल्डर के अलावा कोई भी खिलाड़ी ज्यादा अनुभवी नहीं है। होल्डर ने अकेले 58 वनडे मैच खेले हैं। जबकि अन्य 13 खिलाड़ियों में सभी के मिलाकर 213 वनडे खेले हैं। दोनों टीमों के खिलाड़ियों के अनुभव की बात करें तो भारत वेस्टइंडीज से कहीं अधिक अनुभवी साइड है। युवराज सिंह (301), एमएस धोनी (291) और विराट कोहली (184) वनडे खेल चुके हैं।
कोहली के पास शमी को खिलाने का शानदार मौका है। दरअसल विंडीज दौरे से जस्प्रीत बुमराह को आराम दिया गया है। ऐसे में चैंपियंस ट्रॉफी में एक भी मैच न खेलने वाले शमी के पास भी खुद को साबित करने का मौका है। आपको बता दें कि शमी ने 2015 वनडे विश्वकप के सेमीफाइनल के बाद से कोई भी अधिकृत वनडे मैच नहीं खेला है। क्योंकि इसके बाद शमी को कई सर्जरी से गुजरना पड़ा था। हालांकि इस बीच शमी ने कुछ टेस्ट मैच जरूर खेले थे।
भारतीय सलामी बललेबाज रोहित शर्मा को भी विंडीज दौरे के लिए आराम दिया गया है। ऐसे में कोहली रहाणे को ओपनिंग में ला सकते हैं। दूसरे विकल्प के तौर पर ऋषभ पंत को भी मौका दिया जा सकता है। पंत ने आईपीएल में कमाल का प्रदर्शन किया था। इसके अलावा भारतीय चयनकर्ताओं ने धोनी के उत्तराधिकारी के रूप में उन्हें तैयार करने की योजना बनाते हुए विंडीज दौरे पर भेजा है। गौरतलब है कि पंत अपनी बल्लेबाजी के पावर प्ले में मैच का रुख बदलने की काबिलियत रखते हैं।
कुलदीप यादव को भी वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम में रखा गया है। गौरतलब है कि विंडीज की टीम अफगानिस्तान के राशीद खान के सामने काफी परेशान दिखी थी। ऐसे में चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव भारतीय टीम की प्लेइंग इलेवन का हिस्सा हो सकते हैं। कुलदीप यादव को जडेजा या अश्विन की जगह टीम में शामिल किया जा सकता है।