सिडनी। आम तौर पर क्रिकेट के महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर किसी गंभीर मुद्दे पर बयान नहीं देते हैं लेकिन इस बार उन्होंने अपना मुंह खोला है। उन्होंने कहा कि आईसीसी ने अगली बार से विश्वकप में केवल 10 टीमों को ही खेलने की बात कही है जो मेरे हिसाब से ठीक नहीं है, सचिन के मुताबिक विश्व कप में टीमों की संख्या कम करने से क्रिकेट को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने के मुहिम पर बुरा असर पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा अगले विश्व कप को 10 टीमों के बीच सीमित करना 'पीछे की ओर जाने' जैसा है। आईसीसी ने पिछले वर्ष दिसंबर में कहा था कि 2019 के विश्व कप में केवल 10 टीमें हिस्सा लेंगी। इसके बाद से ही आईसीसी की लगातार आलोचना हो रही है।
क्रिकेट के वैश्विक स्तर पर गलत प्रभाव
आपको बता दें कि क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) की वेबसाइट के अनुसार जारी विश्व कप में संबद्ध टीमों जैसे आयरलैंड और अफगानिस्तान के प्रभावशाली प्रदर्शन को देखते हुए कई क्रिकेट प्रशंसकों ने आईसीसी के फैसले की आलोचना की है।
सचिन ने की आईसीसी के फैसले की आलोचना
इस मुद्दे पर सचिन ने कहा कि आईसीसी का फैसला थोड़ा निराशाजनक है। एक क्रिकेट खिलाड़ी के तौर पर मैं चाहता हूं कि खेल को विश्व स्तर पर और पहचान मिले। आईसीसी का फैसला पीछे जाने की तरह है। टीमों की संख्या घटाने से इतर हमें यह सोचना चाहिए कि हम कैसे छोटी टीमों को और बढ़ावा दे सकते हैं और केवल 10 टीमों में ही कैसे विश्वकप हो सकता है लेकिन मैं उम्मीद करता हूं कि आईसीसी जरूर इस विषय पर सोचेगा।
छोटी और नई टीमों पर बुरा असर
गौरतलब है कि कई मौकों पर छोटी टीमों ने विश्व कप में बड़े उलटफेर किए हैं। इसी विश्व कप में पिछले महीने आयरलैंड ने वेस्टइंडीज को हराकर चौंका दिया था। आयरलैंड ने 2011 में इंग्लैंड और 2007 विश्व कप में पाकिस्तान को भी हराया था। इसी प्रकार केन्या ने भी 2003 में 1996 की विश्व चैम्पियन टीम श्रीलंका को मात दी थी।